मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर इशारों में पाक पर साधा निशाना, कहा आतंक का समर्थन करने वालों की तय हो जवाबदेही

एससीओ
बैठक को संबोधित करते पीएम मोदी।

आरयू इंटरनेशनल डेस्‍क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ की बैठक को शुक्रवार को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर बिना नाम लिए कड़ा प्रहार किया। पीएम ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन, सहायता और वित्तपोषण कर रहे देशों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साहित्य और संस्कृति हमारे समाज को एक सकारात्मक गतिविधि प्रदान करती है और युवाओं में कट्टरता के प्रसार को रोकती है। श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान मैंने सेंट एंथोनी के धर्मस्थल का दौरा किया, जहां मैंने आतंकवाद के कुरूप चेहरे को देखा, जो निर्दोष लोगों की जान लेता है।

पीएम ने ये साफ कर दिया कि जो लोग आतंकवाद को पनाह देते हैं उनके खिलाफ सख्‍त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि समाज को आतंकवाद मुक्‍त करना है और इसके लिए एससीओ देशों को इसके खिलाफ खड़ा होना होगा। इस दौरान मोदी ने सम्‍मेलन में अफगानिस्‍तान का भी जिक्र करते हुए कहा कि अफगानिस्‍तान में शांति जरूरी है और इसके लिए भारत अफगानिस्‍तान के साथ खड़ा है।

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समाज को आतंक से मुक्‍त करना जरूरी है। इसके लिए मानवतावादी ताकतों को एकजुट होना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि एससीओ देशों को मिलकर आतंक के खिलाफ लड़ना होगा और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होना चाहिए। लोगों का आपसी संपर्क अहम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन का आह्वान करता है…”

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ परिषद् के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक से पहले किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव से शुक्रवार को मुलाकात की। जीनबेकोव एससीओ शिखर सम्मेलन 2019 के मौजूदा अध्यक्ष भी हैं। प्रधानमंत्री मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद् के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक से पहले ‘अला अरचा प्रेजीडेंशियल पैलेस’ पहुंचे जहां किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने उनका स्वागत किया।

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गौरतलब है कि पीएम मोदी दो दिवसीय एससीओ सम्मेलन के लिए गुरुवार को बिश्केक पहुंचे थे। जहां एससीओ चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है, जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था।

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