आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मध्य प्रदेश व बिहार से असलहा लाकर लखनऊ में सप्लाई करने वाले तस्कर को गिरफ्तार करने में एसटीएफ को कामयाबी मिली है। बाजारखाला इलाके से दबोचे गए तस्कर के पास से एसटीएफ ने सात पिस्टल व नौ मैगजीन बरामद की है। एसटीएफ अब तस्कर के अन्य साथियों की तलाश में लग गयी है।
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार आइजी एसटीएफ अमिताभ यश व एसएसपी विशाल विक्रम सिंह को राजधानी लखनऊ में असलहों की तस्करी के बारे में जानकारी मिल रही थी। जिसके बाद सीओ एसटीएफ प्रमेश कुमार शुक्ला की टीम को तस्करों की धर पकड़ के लिए लगाया गया। इसी दौरान एसटीएफ को जानकारी मिली कि बाजारखाला के मिल एरिया में एक तस्कर असलहों के साथ आने वाला है।
जानकारी मिलने पर एसटीएफ के एसआइ करुणेश पांडेय के नेतृत्व में टीम ने मिल एरिया में घेराबंदी कर नाका क्षेत्र के मौलवीगंज निवासी मो. आरिफ को धर दबोचा। एसटीएफ ने पेशेवर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल में लायी जाने वाली .32 बोर की सात पिस्टल व नौ मैगजीन आरिफ के पास से बरामद करते हुए उसे बाजारखाला पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया है।
15-20 हजार में खरीद 30-40 हजार में बिक्री
एसटीएफ की पूछताछ में आरिफ ने बताया वह बिहार के मुंगेर व मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के कारीगरों से 15 से 20 हजार में पिस्टल लाता था, जबकि लखनऊ वह इन पिस्टलों को 20 से 40 हजार रुपए में बेच देता था। मांग के आधार ऑर्डर देने व पिस्टल तैयार होने पर आरिफ खुद ही उन्हें यहां लाता था।
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आरिफ के अनुसार इस बार पकड़े गए असलहे उसने बुराहानपुर निवासी राजू व मोहन से खरीदे थे। इन असलहों को वह अब लखनऊ के मौलवीगंज निवासी उमर और पांडेयगंज के एजाज के माध्यम से लखनऊ में सप्लाई करने वाला था। पकड़े गए तस्कर के खुलासे के बाद एसटीएफ की टीम एमपी के राजू व मोहन के अलावा लखनऊ निवासी उमर व एजाज की तलाश में जुट गयी है।
पहले भी जेल जा चुका है तस्कर
पूछताछ में आरिफ ने एसटीएफ को बताया कि वह साल 2017 में भी सात पिस्टलों के साथ महानगर क्षेत्र में पकड़ा गया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। आरिफ पिछले करीब पांच सालों से असलहों की तस्करी कर रहा था।