आरयू ब्यूरो
लखनऊ। यादव परिवार में कुर्सी के लिए चल रहे झगड़े के बीच आज दोपहर एक बार फिर मुलायम सिंह यादव का दर्द छलका। सपा कार्यालय में अकेले पहुंचे मुलायम सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमारा ही लड़का दूसरे की बातों में आकर काम कर रहा है। रामगोपाल उधर से फोन करते हैं, ये यहां से काम करता है।
बड़े-बड़े नेताओं को पार्टी से निकाल दिया, आखिर उनकी गलती क्या थी। कार्यकर्ताओं के बीच भावुक हुए मुलायम ने कहा कि अखिलेश को मैने तीन बार बुलाया वह आये, लेकिन मेरी बात शुरू होने से पहले ही लौट गए।
अखिलेश ने मुसलमानों की अनदेखी की है, यह बात मुझे मौलाना ने बताई है। मै मुस्लिम डीजीपी चाहता था, उससे भी अखिलेश खुश नहीं थे।
कई नेता, कार्यकर्ता उनके सामने रोएं है, कहा पार्टी बचा लीजिए, साइकिल बचा लीजिए। मैं दोनों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहा हूं, चुनाव आयोग का जो भी फैसला होगा मानूंगा।
अगर अखिलेश नहीं माना तो उसके खिलाफ भी लड़ूंगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से साथ देने की अपील भी की।
अपने इस छोटे से कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह यादव ने मीडिया से दूरी तो जरूर बनाई, लेकिन अखिलेश खेमे की ओर से बनाए गए प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम वहां मौजूद रहे। सपा कार्यालय पहुंचने से पहले मुलायम शिवपाल यादव से मिलने भी पहुंचे थे।
अब प्रदेश कार्यालय में लगी अखिलेश की नेम प्लेट
दूसरी ओर इन सबके बीच आज मुलायम सिंह यादव के कमरे के बाहर राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम से अखिलेश यादव की नेम प्लेट लगा दी गई, हालांकि इस दौरान मुलायम सिंह के नाम की नेम प्लेट को हटाने की जगह उसके नीचे अखिलेश की नेम प्लेट लगाई गई है।
बता दें कि दो दिन पहले ही शिवपाल सिंह यादव की नेम प्लेट दोबारा हटाकर अखिलेश गुट के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की नेम प्लेट लगाई गई थी। इस पूरे घटनाक्रम पर लोग अपने हिसाब से मतलब निकाल रहे है।