आरयू नेशनल डेस्क।
जम्मू कश्मीर के नगरोटा में सैन्य ठिकानों पर हमला करने वाले आतंकियों के पास से मिले पर्चों से एक बड़ा खुलासा हुआ है। पर्चों के अनुसार नगरोटा हमला संसद पर हमले के मास्टरमाइंड अफजल गरु की मौत का बदला था। हमले में मारे गए आतंकियों के पास से सेना को उर्देू में लिखे पर्चे बरामद हुए है।
पर्चे पर अफजल गुरु को शहीद बताने के साथ ही लिखा है यह उनके इंतेकाम की एक किस्त है। इसके अलावा आतंकियों ने खुद की पहचान गजवा-ए-हिंद के फिदायीन के रूप में बताई है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियां इसे अलगाववादियों से आतंकियों के जुड़ने की साजिश भी बता रही है।
इसके अलावा आतंकियों के पास से मिले ज्यादतर सामान भारत में बनें हैं। समझा जा रहा है कि आतंकी काफी पहले ही भारत में घुसपैठ कर चुके थे। मौका देखकर उन्होंने कल नगरोटा में हमला कर दिया।
इस बात को यहां से भी बल मिलता है कि पुलिस की जो वर्दी आतंकियों ने पहनी थी, उस पर भी लोकल का ही टैग लगा था।
बता दे कि मंगलवार को नगरोटा में हुए फिदायीन हमले में दो अधिकारी समेत सात जवान शहीद हो गए थे। पुलिस की वर्दी में हमला करने वाले तीनों आतंकियों को भी जवानों ने मार गिराया था।