आरयू वेब टीम। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने घोषणा की कि यह विधानसभा चुनाव एक उम्मीदवार के रूप में उनका अंतिम चुनाव होगा। उन्होंने बुधवार को वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और अपने गृह क्षेत्र में एक रैली को भी संबोधित किया। रैली में बोलते हुए, सिद्धारमैया ने ऐलान कर कहा, “इस विधानसभा चुनाव के बाद, मैं चुनावी राजनीति छोड़ दूंगा।
साथ ही सिद्धारमैया ने कहा कि वरुणा के लोग हमेशा मेरे साथ रहे हैं और उनके समर्थन के कारण मैं अपने राजनीतिक करियर में इस मुकाम पर पहुंचा हूं। यह मेरा आखिरी बार वरुण निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भरने वाला होगा। 75 वर्षीय सिद्धारमैया पहली बार 1983 में चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। उन्होंने जनता दल (सेक्युलर) और कांग्रेस पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने 2013–2018 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया। 2018 के विधानसभा चुनावों में, सिद्धारमैया ने बादामी और चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्होंने केवल बादामी जीता। इस विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस नेता अपने पारंपरिक वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, सिद्धारमैया कोलार से टिकट चाहते थे, लेकिन उन्हें नहीं दिया गया।
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अगर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो सिद्धारमैया की नजर एक बार फिर मुख्यमंत्री पद पर है। हालंकि, उन्हें डीके शिवकुमार से कड़ी चुनौती मिल सकती है। भारत निर्वाचन आयोग ने घोषणा की कि राज्य में विधानसभा चुनाव दस मई को होंगे और परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल है।