आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा का शुक्रवार को निधन हो गया। वह करीब 80 साल के थे। वर्मा के पुत्र पूर्व विधायक राकेश वर्मा ने को बताया कि उनके पिता पिछले कुछ समय से बीमार थे। मीडिया से बात करते हुए राकेश वर्मा ने बताया कि आज अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम करीब सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
मेदांता अस्पताल लखनऊ के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के मुताबिक करीब डेढ़ माह से उनका उपचार चल रहा था। उन्हें पैंक्रिटाइटिस की समस्या थी। डॉक्टरों ने पैंक्रियाज में कैंसर की संभावना जताई थी। वह गठिया के साथ-साथ गुर्दे की बीमारी से भी पीड़ित थे। शुक्रवार दोपहर वह बेहोशी की हालत में लाए गए थे, डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया मगर, शाम साढ़े छह बजे उनका निधन हो गया।
बाराबंकी जिले के सिरौली गौसपुर के मूल निवासी रहे वर्मा के परिवार में पत्नी, तीन बेटे और दो बेटियां हैं। वर्तमान में वह सपा के राज्यसभा सदस्य थे। वहीं उनके निधन की खबर मिलते ही समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना पाकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अस्पताल पहुंचकर उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त कर उनके परिजन को सांत्वना दी।
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गौरतलब है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेहद खास सहयोगी रहे वर्मा ने मुलायम के साथ मिलकर सपा की नींव रखी थी। 1996 से 1998 तक केंद्र की एच डी देवगौड़ा सरकार में संचार मंत्री और 2011 से 2014 तक कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में इस्पात मंत्री भी रहे। इसके अलावा वह प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री भी रह चुके थे।
सांसद बेनी प्रसाद साल 2008 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2009 में उन्होंने अपनी पुरानी सीट कैसरगंज की जगह 15 फीसदी कुर्मी मतदाता वाले संसदीय क्षेत्र गोंडा से चुनाव लड़ा था। चुनाव में वोटों के गणित को भांपते हुए वो चुनाव जीत गए थे।