आरयू वेब टीम।
बैंक से धोखाधड़ी करने के आरोप में पत्रकार और न्यूज चैनल एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय के दिल्ली और देहरादून स्थित घर समेत चार ठिकानों पर सीबीआई ने आज छापामारी की है। एनडीटीवी ने जहां इसे सोची-समझी साजिश के तहत परेशान करने के लिए की गयी कार्रवाई करार दिया है, वहीं सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि कि कानून अपना काम कर रहा है।
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया की बाढ़ आ गई है। कुछ लोग इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एनडीटीवी के मोर्चा खोलने का अंजाम बता रहे है तो कुछ बाबा राम देव को अब एनडीटीवी के खरीददार के रूप में पेश कर चुटकी ले रहे। दूसरी ओर एक वर्ग इस कार्रवाई से एनडीटीवी के प्रमोटर के चेहरे को बेनकाब होने की बात कह रहा है।
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सूत्रों के मुताबिक, सोमवार सुबह 8.00 बजे के करीब केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) की सात सदस्यीय टीम प्रणय रॉय के ग्रेटर कैलाश-1 स्थित घर पहुंची। दोनों पर फंड डायवर्जन तथा बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने आइसीआईसीआई बैंक को 48 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। सीबीआई की टीम प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय से बैंक से धोखाधड़ी के मामले में पूछताछ कर रही है। कहा जा रहा है कि सीबीआई ने दोनों आरोपितों के खिलाफ बैंक से फ्रॉड करने के मामले में केस दर्ज किया है।
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा प्रावधानों का उल्लंघन करने को लेकर एनडीटीवी के खिलाफ 2,030 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था। इडी का यह नोटिस प्रणय रॉय, राधिका रॉय और सीनियर एग्जीक्यूटिव केवीएल नारायण राव के खिलाफ जारी किया गया था।
वहीं दूसरी ओर एनडीटीवी ने बयान जारी कर कहा है कि चैनल और उनके मालिक पूरी मुस्तैदी के साथ इन एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी। ‘भारत में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने के किसी भी प्रयास के आगे हम झुकेंगे नहीं।’ एनडीटीवी ने कहा, ‘आज सुबह सीबीआई ने पुराने अंतहीन बेबुनियाद आरोपों के आधार पर एनडीटीवी और इसके प्रमोटर को परेशान करने की कार्रवाई की।
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एनडीटीवी और इसके प्रमोटर सरकार की बेवजह लोगों को परेशान करनेवाली विभिन्न एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ लड़ते रहेंगे। बयान में आगे कहा गया, ‘भारत की संस्थओं और इसके साथ खड़े होने वालों को खत्म करने की कोशिशों में लगे लोगों से हम कहना चाहते हैं कि हम हमारे देश के लिए लड़ते रहेंगे और ऐसी ताकतों पर विजय हासिल करेंगे।’
दूसरी तरफ, मोदी सरकार के खामियां उजागर करने वाले एनडीटीवी के चर्चित पत्रकार रवीश कुमार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देने के साथ ही कटाक्ष भी किया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिए। ये लीजिये हम डर से थर-थर कांप रहे हैं।
सोशल मीडिया और चंपुओं को लगा कर बदनामी चालू कर दीजिए, लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं, एक ऐसा भी है, जो गोद में नहीं खेल रहा है। आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हजारों मीडिया। एनडीटीवी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं। मिटाने की इतनी ही खुशी है, तो हुजूर किसी दिन कुरसी पर आमने-सामने हो जाइए। हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा।’
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गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने एनडीटीवी पर मनी लांडरिंग के मामले में लिप्त होने के आरोप लगाए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की थी कि वह सीबीआई को एनडीटीवी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दें। सीबीआई की कार्रवाई के बाद स्वामी ने कहा कि धोखाधड़ी के इस मामले में कई और लोगों के नाम सामने आए है।
दूसरी ओर सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने सोची-समझी साजिश के तहत परेशान करने के एनडीटीवी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, ‘कानून अपना काम कर रहा है। किसी को परेशान करने वाली कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करती। सीबीआई के पास जरूर कोई सूचना होगी, जिसके आधार पर उन्होंने यह कार्रवाई की है।