आरयू वेब टीम। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में सीबीआइ की टीम ने पहली गिरफ्तारी की है। सीबीआइ की टीम ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को पटना से मनीष कुमार और आशुतोष कुमार नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जांच अधिकारियों ने बताया कि मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को सुरक्षित परिसर कथित तौर पर मुहैया कराये और वहां अभ्यर्थियों को लीक हुए प्रश्न पत्र तथा उत्तर पुस्तिकाएं दी। सीबीआइ ने नीट परीक्षा पत्र लीक मामले में अब तक छह एफआइआर दर्ज की हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मनीष कुमार ही वह व्यक्ति है जिसने पटना के लर्न एंड प्ले स्कूल में कमरा बुक कराया था। परीक्षा से पहले कथित तौर पर इस स्कूल में कई अभ्यर्थियों को नीट का पेपर उपलब्ध कराया गया था और प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे। नीट-यूजी परीक्षा के लिये पटना के कई विद्यालयों में भी परीक्षा केंद्र बनाये गये थे।
गौरतलब है कि नीट-यूजी परीक्षा देशभर में सरकारी तथा निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाती है। इस साल यह परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर पांच मई को आयोजित की गयी। इसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार बैठे थे।
सीबीआइ ने इस मामले में पहली एफआइआर रविवार को दर्ज की थी। इससे एक दिन पहले सरकार ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपेगी। नीट-स्नातक का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने भी सीबीआइ से इस मामले की जांच कराने की मांग की थी। इस मामले में इससे पहले सीबीआइ की टीम ने हजारीबाग में कई जगहों पर जांच भी की थी।