आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से पांच दिन तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र को संबोधित कर पुरानी संसद की 75 साल की यात्रा को याद दिया। जहां मोदी ने उन सभी प्रधानमंत्रियों को याद किया जिनका इस संसद से जुड़ाव रहा। संसद की यात्रा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि ये संसद नेहरू, शास्त्री, अंबेडकर, चरण सिंह, मनमोहन और अटल जी की साझी विरासत है। पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में पंडित जवाहरलाल नेहरू का दिया भाषण आज भी प्रेरणा देता है।
नेहरू जी के स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट की गूंज आज भी प्रेरणा और दिशा देती है। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए पीएम ने कहा कि उनका वह भाषण भी याद है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकारें आती-जाती रहेंगी, पार्टियां बनती-बिगड़ती रहेंगी, लेकिन देश नहीं रुकना चाहिए। पीएम ने कहा कि शास्त्री जी ने हरित क्रांति की नींव रखी तो नरसिम्हा राव ने आर्थिक नीति को सुधारा।
यह भी पढ़ें- मल्लिकार्जुन खड़गे का पीएम मोदी पर कटाक्ष, संसद में प्रधानमंत्री साहब कभी-कभार आते हैं और इवेंट बनकर चले जाते
बाबा साहेब को याद करते हुए मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू के शुरुआती मंत्रि परिषद में बाबा साहेब अंबेडकर मंत्री थे। उन्होंने दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसेज को देश में लाने पर जोर दिया। बाबा साहेब का सबसे ज्यादा जोर फैक्ट्री कानून में अतंरराष्ट्रीय सुझावों को शामिल करने पर रहा। आज देश को इसका फायदा मिल रहा। बाबा साहेब ने ही पंडित नेहरू की सरकार में देश को वॉटर पॉलिसी दी थी।
बता दें कि संसद का आज से पांच दिनों का विशेष सत्र शुरू हो गया है। आज सदन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में हो रही है। पुराने संसद भवन को छोड़कर नए संसद में प्रवेश करने को पीएम मोदी ने एक भावुक पल बताया। उन्होंने कहा कि नए घर में जाने पर पुराने घर की यादें मन को झकझोर देती हैं। इस संसद में हमे कई खट्टे-मीठे और नोंकझोंक वाले पल बिताए हैं।