राहुल ने चुनाव आयोग कार्यालय तक किया महागठबंधन के मार्च का नेतृत्व, कहा वोटर वेरिफिकेशन मताधिकार छीनने का तरीका

राहुल गांधी
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते राहुल गांधी।

आरयू वेब टीम। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विपक्ष जमकर विरोध कर रहा है। इस बीच बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में पटना स्थित निर्वाचन आयोग के कार्यालय तक महागठबंधन के मार्च का नेतृत्व किया। उनके साथ आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे। जिसके बाद राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कहा वोटर वेरिफिकेशन मताधिकार छीनने का तरीका है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘महाराष्ट्र, हरियाणा चुनाव में भी वोट की लूट हुई। चुनाव में गरीब और दलित के वोट काटे गए। हमारी मांग पर चुनाव आयोग चुप रहा। आज तक हमें महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट नहीं मिली। जहां वोटर्स बढ़े वहां भाजपा जीती।’ साथ ही कहा कि हम बिहार आए हैं, यहां लोग संविधान के लिए शहीद हुए। हमारे संविधान में लिखा है कि हिंदुस्तान के हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है।

आगे कहा कि मैं हिंदुस्तान और बिहार की जनता को बताना चाहता हूं कि जैसे महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया था, उसी तरह बिहार का चुनाव भी चोरी करने की कोशिश की जा रही है। उन्हें पता चल गया है कि हमें महाराष्ट्र मॉडल समझ आ गया है, इसलिए अब वे बिहार मॉडल लेकर आए हैं। मैं आपको साफ बताना चाहता हूं कि यह गरीबों का वोट छीनने का तरीका है, लेकिन इनको पता नहीं है कि ये बिहार है और बिहार की जनता ऐसा कभी नहीं होनी देगी।

इससे पहले, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सुबह राज्य की राजधानी पटना पहुंचे। उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव, कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) महासचिव डी राजा और अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता भी थे।

पटना में आयकर गोलंबर से शुरू हुए विरोध मार्च के दौरान गांधी अन्य नेताओं के साथ एक वाहन पर सवार हुए। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में महागठबंधन द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के सड़कों पर उतरने से राज्य के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बुधवार को बाधित हुआ।

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पूर्णिया से लोकसभा के निर्दलीय सदस्य राजेश रंजन उर्फ ​​पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ ‘सचिवालय हॉल्ट‘ रेलवे स्टेशन पहुंचे और उन्होंने रेल यातायात बाधित करने की कोशिश की। वहीं यादव के समर्थकों ने पटना के कई इलाकों के साथ-साथ अररिया, पूर्णिया, कटिहार और मुजफ्फरपुर सहित राज्य के अन्य हिस्सों में भी रेल और सड़क यातायात बाधित कर दिया।

इस दौरान उन्होंने पटना में पत्रकारों से कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग मतदाता सूची के अपने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के जरिए प्रवासियों, दलितों, महादलितों और गरीब मतदाताओं से मताधिकार छीन रहा है। यह इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदान को बाधित करने की एक साजिश है।’’

इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) कार्यकर्ताओं ने अरवल, जहानाबाद और दरभंगा में भी बिहार बंद के समर्थन में टायर जलाए और सड़कें बाधित कीं।

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