आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सात साल से नियुक्ति के लिये सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष करने वाले बीएड टीईटी 2011 के हजारों अभ्यर्थी मंगलवार को एक बार फिर सूबे की राजधानी में प्रदेश भर के शहरों से जुटेंगे। आलमबाग के ईको गार्डेन में जुटने वाले अभ्यर्थियों ने इस बार योगी सरकार से आरपार का मूड बना लिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 29 मई को राजधानी पहुंचने पर अगर उन लोगों के साथ 24 घंटें में न्याय नहीं हुआ तो वह सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
वहीं हर बार से अलग इस बार मोर्चे की कमान महिला अभ्यर्थी संभालेंगी, जबकि ‘बहनों के सम्मान में भाई हैं मैदान में’ नारे के साथ पुरुष अभ्यर्थी उनके कंधे से कंधा मिलाकर आगे की रणनीति तय करेंगे। इतना ही नहीं अभ्यर्थियों के भविष्य की बात को देखते हुए इस बार उनके परिवार के अन्य सदस्य भी प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
वहीं इससे पहले सोमवार की शाम बीएड टीईटी अभ्यर्थियों का छह सदस्यों वाला प्रतिनिधिमंडल बेसिक शिक्षा सचिव राजप्रताप सिंह से मिलने सचिवालय पहुंचा। मंडल के सदस्य राहुल गुप्ता ने बताया कि समय देकर खुद अपने कार्यालय बुलाने और करीब एक घंटे तक इंतजार कराने के बाद भी राजप्रताप सिंह प्रतिनिधिमंडल से मिलने नहीं आएं।
हालांकि बाद में बेसिक शिक्षा के निर्देश पर उप सचिव राम लिंघम ने मंडल से नियुक्ति के संबंध में अधिवक्ता द्वारा तैयार किया गया नोट प्राप्त किया। वहीं राम लिंघम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह अभ्यर्भियों की फाइल को तेज गति से न्याय विभाग को भेज देंगे। जिसपर वहां से जल्द ही कार्यवाही की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल में मान बहादुर सिंह चंदेल, नीलेश शुक्ला, प्रवीण श्रीवास्तव, राहुल गुप्ता, अशोक वर्मा, अनन्या त्रिपाठी व विजय यादव मौजूद रहें।
आरपी सिंह को लेकर अभ्यर्थियों में रोष
योगी सरकार के खास अफसरों में गिने जाने वाले बेसिक शिक्षा सचिव आरपी सिंह के आज बुलाकर नहीं मिलने की वजह से बीएडी टीईटी अभ्यर्थियों में जबरदस्त रोष है। प्रतिनिधिमंडल के अभ्यर्थियों का कहना था कि हजारों परिवार के भविष्य की बात होने के बाद भी एक वरिष्ठ अधिकारी का इस तरह का बर्ताव किसी भी नजरिए से ठीक नहीं है। ऐसा ही रहा तो वह लोग बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे।
बीएडी टीईटी मोर्चा कि महिला अध्यक्ष अनन्या त्रिपाठी ने कहा कि नियुक्ति के लिए हजारों की संख्या में अभ्यर्थी 29 मई को लखनऊ पहुच रहें। यदि हमारे समस्याओं का हल बुधवार तक नही किया गया तो हम सपरिवार सड़कों पर उतरकर लखनऊ कि धरती पर एक बड़ी जंग छेड़ देंगे।