आरयू वेब टीम।
नोटबंदी के बाद से लगातार बदलते नियमों का दौर सोमवार को भी जारी रहा। आज आरबीआई ने नया नियम जारी करते हुए कहा कि पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट अब 30 दिसंबर तक एक बार ही 5000 रुपये से ज्यादा खातों में जमा किये जा सकेंगे।
इसके अलावा खातों का केवाईसी होना जरूरी है, साथ ही बैंक के दो अधिकारियों को भी उन्हें बताना होगा कि अब तक उन्होंने उक्त पैसे बैंक में क्यों नहीं जमा कराए थे। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो खाताधारकों को बैंक अधिकारियों को पैसा जमा करने के लिए संतुष्ट करना होगा। उनकी संतुष्टी के बाद ही 5000 रुपये से ज्यादा के नोट खाताधारक जमा कर पाएंगे।
अधिकारी खाताधारकों से हुई पूछताछ का ब्यौरा अपने पास रखेंगे। खाताधारक थोड़ा-थोड़ा करके भी पांच हजार रुपये की लिमिट क्रास होने की स्थिति में उन्हें बैंक अधिकारियों के सहमति वाली प्रक्रिया से गुजरना होगा।
हालांकि यह शर्त प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पैसे जमा करने पर नहीं लागू होगी। प्रधानमंत्री योजना के तहत जमा होने वाले कालेधन पर 50 प्रतिशत टैक्स लगेगा। जबकि 25 प्रतिशत कालाधन बैंक में चार वर्षों के लिए ब्याज मुक्त अवस्था में लॉक इन रहेगा।
वित्त मंत्रालय ने आज मीडिया को बताया कि नोटबंदी की समय-समय पर समीक्षा की गई है। नोटबंदी को पांच साप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है। अब माना जा रहा है कि अधिकतर लोगों ने अपना पुराना पैसा बैंकों में जमा कर दिया है।
इसी बात को समझते हुए नए नियम को लाया गया है। इस संबंध में आरबीआई ने सभी बैंकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए है।