आरयू वेब टीम। एनएस विश्वनाथन को सोमवार को एक साल के लिए आरबीआइ का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है। उन्हें ये जिम्मेदारी दूसरी बार मिली है। इससे पहले विश्वनाथन को चार जुलाई 2016 को केंद्रीय बैंक में तीन साल के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल तीन जुलाई 2019 को खत्म होना था, लेकिन सरकार ने उन्हें दोबारा एक साल के लिए नियुक्त किया है।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आदेश के मुताबिक कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने विश्वनाथन की एक और साल के लिए डिप्टी गवर्नर पद पर दोबारा नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। एन एस विश्वनाथन के अलावा इस समय बी पी कानूनगो और एम के जैन केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर हैं। चौथे डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने पिछले महीने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही रिजर्व बैंक इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा मंजूर हो गया है और वह बस जुलाई के आखिर तक आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के तौर पर रहेंगे।
मालूम हो कि आरबीआइ के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने 24 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। आचार्य को दिसंबर 2016 में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल छह महीने बाद खत्म होने वाला था, लेकिन उन्होंने मोदी सरकार के बजट से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद आरबीआइ में अब तीन डिप्टी गवर्नर एन एस. विश्वनाथन, बी. पी. कानूनगो और एम. के. जैन बचे हैं।