आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोनाकाल के बावजूद योगी सरकार के सरकारी खजाने में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। खास बात यह है कि बीते अक्टूबर में हुई यह धनवर्षा पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले भी 1,828 करोड़ रुपए अधिक है।
बुधवार को इस बारे में मीडिया को पूरी जानकारी देते हुए यूपी के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि बीती जुलाई, अगस्त व सितंबर में आर्थिक गतिविधियों के बेहतर होने का सिलसिला अक्टूबर में भी जारी है। प्रमुख मदों में जहां इस वित्तीय वर्ष के अक्टूबर में कुल 10672.79 करोड़ रुपए का राजस्व सरकारी खजाने को मिला है। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के अक्टूबर में 8844.35 करोड़ सरकारी खजाने में आए थे। इस तरह से बीते अक्टूबर में पिछले साल के मुकाबले 1828.44 करोड़ का अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है, जो 20.6 प्रतिशत अधिक है।
बीते अक्टूबर में मिले राजस्व के बारे में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए सुरेश खन्ना ने बताया कि जीएसटी के मद में कुल 3795.44 करोड़ का राजस्व मिला है, जो पिछले साल अक्टूबर से 483.16 करोड़ रुपए अधिक है। वहीं वैट के तहत 1802.83 करोड़ सरकार को मिलें हैं, जो पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 298.39 करोड़ रुपए अधिक हैं।
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इसके अलावा आबकारी के मद में बीते अक्टूबर में कुल 2403.20 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो माह अक्टूबर 2020 के लक्ष्य का 106.8 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2019-20 के अक्टूबर में 1860.60 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस मद में 542.60 करोड़ रूपये की वृद्धि हुई है।
सुरेश खन्ना ने आगे बताया कि स्टाम्प तथा निबंधन के तहत अक्टूबर में 1805.79 करोड़ रूपये मिलें हैं, जो पिछले साल अक्टूबर के सापेक्ष्य 437.65 करोड़ अधिक है। इसके अलावा भूतत्व एवं खनिकर्म में माह अक्टूबर, 2020 में 284.77 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। अक्टूबर, 2019 में प्राप्ति 145.02 करोड़ रुपए था। इस मद में गत वर्ष की तुलना में 139.75 करोड़ रुपए अधिक की प्राप्ति हुई है।
कोविड-19 का संक्रमण दर निरंतर घट रहा, लेकिन…
साथ ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण दर निरंतर घट रहा, लेकिन इस समय और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रदेश में कोविड-19 से मृत्यु-दर भी घट और रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में वर्तमान में मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 1.49 प्रतिशत से कम है। प्रदेश में वर्तमान में कोविड-19 का पाजिटिविटी रेट 3.5 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 6.00 प्रतिशत से कम है। उन्होेंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में रिकवरी दर 94 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय दर का 91.6 प्रतिशत से अधिक है।