आरयू ब्यूरो
लखनऊ। मोटरसाइकिल चोरी के मामले में मुकदमा दर्ज करने से पहले पीडि़त को थाने की गणेश प्रक्रिमा कराने वाली पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। एसएसपी मंजिल सैनी की कोशिशों के बाद आज ऑपेरशन वाहन मिलान के तहत चोरी गई 22 मोटरसाइकिलों को उनके मालिकों को सौंपा गया।
पुलिस लाइन में हुए कप्तान के मिलान कार्यक्रम में सामने आया कि लखनऊ के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी गई मोटरसाइकिलों में से पांच उसी थाने में लावारिस मिली जहां उनके चोरी का मुकदमा लिखा गया था, जबकि 17 राजधानी के दूसरे थानों में मिली। इनमें से भी कई बाइकें चोरी गए थाने व सर्किल के पड़ोस के थानों में ही काफी समय से खड़ी थी।
बाइक चोरी के मामले में सबसे ज्यादा लापरवाह हुसैनगंज थाने के विवेचक निकले, इस थाना क्षेत्र से चोरी गई दो पैशन बाइक हुसैनगंज थाने में ही खड़ी थी, लेकिन लापरवाह विवेचकों ने बाइक को दूर-दराज ढ़ूढना तो दूर अपने थाने में भी निगाह उठाकर नहीं देखा। इसके अलावा विभूतिखण्ड, ठाकुरगंज व मडि़यांव इलाके से चोरी गई एक-एक बाइक उसी के थाने में लावारिस खड़ी मिली।
‘लापरवाह विवेचकों के खिलाफ होगी कार्रवाई’
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि अब तक इस ऑपरेशन के जरिए 135 मोटरसाइकिलें उनके मालिकों के पास पहुंचाई जा चुकी हैं, यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। इसके अलावा बाइक चोरी के बाद विवेचना में लापरवाही दिखाने वाले विवेचकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
नाउम्मीदी के बीच मिली बाइक तो खिले चेहरे
पुलिस लाइन में चोरी गई बाइक एसएसपी के हाथों से मिलने पर अधिकत्तर मालिकों ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ ही कहा कि उनकों उम्मीद ही नहीं थी कि पुलिस उनकी बाइक को ढ़ूंढ पाएगी। लोग बाइक पाकर काफी खुश थे, दूसरी ओर कुछ बाइक के पार्टस गायब होने की वजह से लोग नाराज भी दिखे।