आरयू वेब टीम। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के भतीजे के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेत खनन के सिलसिले में मुख्यमंत्री चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी और अन्य के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की। इसके अलावा भूपिंदर सिंह हनी के घर के साथ पंजाब में करीब दर्जनभर अलग-अलग जगहों पर आज छापेमारी की।
ईडी के अधिकारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय से इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, ऐसा कहा जा रहा है कि राजनीतिक संपर्क रखने वाले कुछ लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। ये कार्रवाई ऐसे समय हो रही है कि जब पंजाब में चुनाव अभियान जोरों पर है। पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और वोटों की गिनती दस मार्च को होगी।
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वहीं इस मामले में पंजाब के सीएम ने मोदी सरकार की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाएं हैं। सीएम ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में जब चुनाव हुए थे तब वहां भी ममता बनर्जी के रिश्तेदारों पर इसी तरह हमले थे अब पंजाब में ईडी ऐसा ही कर रही है। ये लोकतंत्र के लिए खतरा है, लेकिन हम हारने वाले नहीं है। चुनाव आ गया तो इन्हें ED की रेड याद आ गई है।
साथ ही चन्नी ने इसे पुराना मामला बताते हुए कहा कि बीजेपी सरकार मुझे, मेरे मंत्री और कांग्रेस के हर नेता को परेशान कर रही। 2018 में मैं मुख्यमंत्री नहीं था, ये हमें दबाने की कोशिश कर रहे है, लेकिन पंजाबी कभी दबते नहीं है।
वहीं ईडी की इस छापेमारी को कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का चुनावी दांव बताया है। पंजाब चुनाव में कांग्रेस की मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने ट्वीट किया, ‘चुनाव के दौरान भाजपा सरकार सीबीआइ, ईडी और आटी रेड्स का इस्तेमाल करती है।’ लांबा ने कहा कि सीएम चन्नी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा डर गई है। इसलिए अब वह अपनी बी-टीमों के जरिए छापेमारी जैसे काम कर रही है।