आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाल के कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों द्वारा पत्रकारों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर आज कांग्रेस ने सीधे योगी सरकार पर हमला बोला है। मिर्जापुर के प्राथमिक विद्यालय के मिड-डे-मील में बरती जा रही अनियमितता का खुलासा करने वाले पत्रकार पर एफआइआर दर्ज होने केे बाद सोमवार को योगी सरकार पर भड़की कांग्रेस ने कहा, पत्रकारों का उत्पीड़न कर उनकी आवाज दबाने का काम योगी सरकार द्वारा बदस्तूर जारी है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने आज अपने एक बयान में कहा कि पहले तो पत्रकार के जारी वीडियो का संज्ञान लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ब्रजेश सिंह ने कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था, लेकिन बाद में उल्टा पत्रकार पर ही एफआइआर दर्ज कर दी गई। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए राजबब्बर ने कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गई की मामले में जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी और सरकार के ऊपर जिम्मेदारी पड़ती महसूस हुई, तो प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारी के माध्यम से पत्रकार पवन जायसवाल पर उत्पीड़नात्मक कार्यवाही करते हुए उनपर धारा 120बी, 186, 193 व 420 के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्रकारों पर कार्रवाई की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता को भाजपा सरकार छीनने का प्रयास कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस प्रकार आये दिन जो पत्रकार योगी सरकार के गलत कामों की आलोचना करता है उसे संस्थान द्वारा निकलवाये जाने के बाद अब यह सरकार उनके विरूद्ध आपराधिक मुकदमें भी दर्ज करा रही है।
लोकतंत्र के लिए होती जा रही भयावह स्थिति
राजबब्बर ने हमला जारी रखते हुए आज आगे कहा कि लोकतंत्र के लिए यह बहुत ही भयावह स्थिति होती जा रही है और इस अघोषित आपातकाल से बुद्धिजीवी, पत्रकार, छात्र, युवा सभी चिन्तित हैं। कांग्रेस लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया के साथ पूरी तरह खड़ी है और उनके साथ किसी भी प्रकार के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी। साथ ही ऐसी घटनाओं पर मीडिया जगत को आगे आकर आवाज उठानी चाहिए।