आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गोमतीनर में हुई ठेकेदार की हत्या के मामले में राजधानी पुलिस अभी हाथ-पैर ही मार रही थी कि उसके कुछ घंटे बाद ही पीजीआई में युवक की हत्या के बाद लाश मिलने की सूचना से सनसनी फैल गयी। युवक का चेहरा कूंचा गया था। जिससे समझा जा रहा था कि हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए हत्यारों ने चेहरे पर वार किए होंगे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआई पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि पीजीआई के वृंदावन क्षेत्र स्थित शिल्पी ग्राम में आज सुबह लोगों ने सड़क के किनारे झाडि़यों में युवक की रक्तरंजित लाश देखी थी। करीब 30 वर्षीय मृतक जिंस की नीली पैंट, ब्राउन लेदर जैकेट के साथ ही ब्लैक शर्ट पहने हुए था। मृतक के गले में काले रंगा का मोटा धागा कसा हुआ था। समझा जा रहा है कि गले में पहनने वाले धागे से गला कसकर युवक की बदमाशों ने हत्या की होगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक का चेहरा भी ईंट से कूंचा गया था। शव के पास में ही ईंट भी पड़ी थी जिसपर खून लगा था।
घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे इलाकाई ग्राम प्रधान ने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को सौ नंबर पर दी। सूचना मिलने पर पीजीआई पुलिस के साथ ही सीओ कैंट ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। हालांकि पुलिस को मृतक के पास से कोई ऐसी चीज नहीं मिली है, जिससे उसकी पहचान हो सके।
पहले भी मिल चुकी है युवक की अर्द्धजली लाश, लोगों में रोष
मौके पर जमा लोगों में हत्या को लेकर पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। इलाकाई लोगों ने बताया कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब इलाके में लाश मिली है। कुछ महीना पहले भी बदमाशों ने चिनहट इलाके के एक युवक को घटनास्थल के पास में ही बुलाकर मौत के घाट उतार दिया था।
इतना ही नहीं बेखौफ हत्यारों ने उसकी लाश भी जलाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस को इसकी न उस समय भनक लगी और न ही पीजीआई पुलिस ने पिछली हत्या से सबक लेते हुए क्षेत्र में गश्त करना शुरू किया। लोगों का आरोप था कि कुछ ही दूरी पर वृंदावन चौकी भी है, लेकिन वहां की पुलिस भी गश्त नहीं करती जिसके चलते छिटपुट घटनाओं के अलावा लगातार दो हत्याएं हो चुकी हैं।
इंस्पेक्टर पीजीआई ने बताया कि मृतक की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उसकी मौत कैसे हुई इसका पता पीएम रिपोर्ट में स्पष्ट हो जाएगा
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