आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते प्रभावित हुई आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा।
सुरेश खन्ना सोमवार को योजना भवन में आयोजित पत्रकारा वार्ता में पत्रकारों से बात कर रहे थे। यूपी की वर्तमान आर्थिक स्थिति के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के माह जुलाई, अगस्त में आर्थिक गतिविधियों के बेहतर होने का सिलसिला सितंबर में भी जारी रहा और राजस्व का संग्रह बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2019 के मुकाबले सितंबर 2020 में प्रदेश सरकार के कर राजस्व महत्वपूर्ण मदों में 890.26 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रमुख कर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सितंबर में कुल 9334.17 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि वर्ष 2019-20 के इसी माह में 8443.91 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस महीने में विभिन्न मुख्य मदों के अंतर्गत कुल 9516.50 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहीत हुआ, जबकि सितंबर 2019 में इन मदों के तहत कुल 8564.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।
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वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी व वैट के तहत सितंबर 2019 में 4998.02 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई थी, जबकि सितंबर 2020 में इस मद में राजस्व संग्रह बढ़कर 5325.34 करोड़ रुपये हो गया है।
वहीं सितंबर 2020 में जीएसटी के तहत 3680.25 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ है। इसमें एसजीएसटी से प्राप्त 1695.81 करोड़ रुपये तथा आइजीएसटी से मिला 1984.44 करोड़ रुपये का राजस्व भी शामिल है।
वित्त मंत्री ने कहा कि वैट के तहत जहां सितंबर 2019 में 1538.12 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था, वहीं सितंबर 2020 में इस मद में राजस्व संग्रह बढ़कर 1645.09 करोड़ रुपये हो गया है।
इसी तरह आबकारी के तहत सितंबर 2019 में 1810.95 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहीत हुआ था, जबकि सितंबर 2020 में इस मद में बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए 2140.61 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
इसके अलावा स्टाम्प तथा निबंधन के अन्तर्गत पिछले साल सितंबर की प्राप्तियां 1428.88 करोड़ रूपये थी, जबकि इस साल सितंबर में इस मद में प्राप्ति 1170.83 करोड़ रूपये है।