आरयू इंटरनेशनल डेस्क। दो दिवसीय रूस दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जहाज से शिप बिल्डिंग प्लांट देखने गए। इस दौरान पीएम मोदी ने शिप बिल्डिंग प्लांट के प्रबंधकों और कर्मचारियों से बातचीत भी की।
‘तास’ संवाद समिति ने पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से बताया कि भविष्य में इस यार्ड पर निर्मित पोतों का ‘‘प्रयोग भारत समेत वैश्विक बाजार में रूसी तेल और द्रवित प्राकृतिक गैस पहुंचाने में किया जाएगा’’। रूसी संवाद समिति के अनुसार रोसनेफ्ट, रोसनेफ्टगाज और गजप्रॉमबैंक का संघ ‘फार ईस्टर्न शिपबिल्डिंग एंड शिप रिपेयर सेंटर’ में ज्वेज्दा पोत यार्ड का निर्माण कर रहा है।
यह भी पढ़ें- जानें दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार मिलने पर क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी
यार्ड के दौरे के बाद दोनों नेता 20वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी का रूस की तीसरी द्विपक्षीय यात्रा पर व्लादिवोस्तोक हवाई अड्डा पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। रूस रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि वह पुतिन के साथ परस्पर हितों के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने को लेकर उत्साहित हैं।
यह भी पढ़ें- म्यांमार दौरे पर पहुंचे मोदी ने बहादुर शाह जफर की मजार पर चढ़ाएं फूल
साथ ही रूस यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने यह भी कहा था, ‘‘मैं अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हितों से संबंधित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा को लेकर आशान्वित हूं। ‘‘मैं पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेने वाले वैश्विक नेताओं के साथ मुलाकात और इसमें हिस्सा लेने वाले भारतीय उद्योगों और कारोबारी प्रतिनिधियों से चर्चा को लेकर भी उत्सुक हूं।’
यह भी पढ़ें- मन की बात: मोदी ने बच्चों को स्पेस प्रतियोगिता में किया आमंत्रित, जल संरक्षण व कश्मीरियों से जुड़ी ये खास बातें भी कही
Deeply touched by President Putin’s gracious gesture to accompany me to Zvezda shipyard, which is poised to make a huge contribution to development of Arctic shipping. pic.twitter.com/vyUENhl0QL
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2019