आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत अब देश के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और ‘एक राष्ट्र, एक नागरिक संहिता’ को लागू करने की दिशा में काम कर रहा है। मोदी के इस बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ संबंधी टिप्पणी को खारिज करते हुए खड़गे ने कहा कि संसद में आम सहमति के बिना यह पहल असंभव है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पीएम मोदी ने जो कहा है, वह ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि जब यह संसद में आएगा, तो उन्हें सभी को विश्वास में लेना होगा, तभी यह हो पाएगा। ये असंभव है, ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ असंभव है।” इससे पहले आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है।
गौरतलब है कि गुजरात के केवडिया में राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक पहचान पत्र’, ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ और ‘एक राष्ट्र, एक स्वास्थ्य बीमा’ की सफलता के बाद, सरकार अब ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और ‘एक राष्ट्र, एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता’ शुरू करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज, हम वन नेशन आइडेंटिटी-आधार की सफलता देख रहे हैं, जिसकी विश्व स्तर पर भी चर्चा हो रही है। पहले, भारत में कई कर प्रणालियाँ थीं, लेकिन हमने एक राष्ट्र, एक कर प्रणाली-जीएसटी की स्थापना की।
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मोदी ने कहा कि हमने वन नेशन, वन पावर ग्रिड से देश के पावर सेक्टर को मजबूत किया। हमने वन नेशन, वन राशन कार्ड के माध्यम से गरीबों के लिए संसाधनों को एकीकृत किया। हमने आयुष्मान भारत के रूप में देश के लोगों को वन नेशन, वन हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा भी प्रदान की। एकता के इन प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए, हम अब एक राष्ट्र, एक चुनाव की दिशा में काम कर रहे हैं, जो भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा, भारत के संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करेगा और एक विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने को नई गति देगा।