आरयू वेब टीम। राजधानी दिल्ली में शनिवार को वायु गुणवत्ता में और गिरावट आई है। समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 499 (गंभीर श्रेणी) पर है। वहीं इससे पहले ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने 13 अक्टूबर को लेकर चेतावनी जारी कर दी थी।
सीपीसीबी ने लोगों को घर से बाहर जाने से बचने की सलाह दी है। सीपीसीबी ने कहा कि सरकारी और निजी कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों को सलाह दी जाती है कि वे वाहन के उपयोग को कम से कम 30 प्रतिशत कम करें। वहीं प्रदूषण के चलते जहां एनसीआर में विजिबिलिटी भी कम हुई है। वहीं लोगों को सांस और आंखों में जलन जैसी शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
बढ़ते प्रदूषण से स्थिति की गंभीरता की बात करें तो, शनिवार की सुबह दिल्ली की हवा का औसत एक्यूआइ 499 रिकॉर्ड किया गया है, जो कि शुक्रवार को 471 और गुरुवार को 441 था। यानी प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। एक समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई है कि 18 नवंबर तक प्रदूषकों के छंटने के लिए मौसम संबंधी परिस्थितियां बहुत ही प्रतिकूल हैं, क्योंकि रात के समय में हवा बहुत ही शांत रह रही है।
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बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 को ‘मध्यम’, 201 और 300 को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 को गंभीर श्रेणी का माना जाता है। गंभीर श्रेणी के स्तर तक प्रदूषण पहुंचने के बाद विशेषज्ञ घर से बाहर न निकलने, बाहर व्यायाम या टहलने से बचने को कहते हैं।