आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार को सामने आई एक खौफनाक घटना ने सबको दहला दिया है। नवाबगंज थाना क्षेत्र के भागलपुर स्थित एक मकान में मां व उसकी तीन मासूम बेटियों की गला रेतकर हत्या कर दी गयी है, जबकि परिवार के मुखिया राहुल तिवारी का शव भी घर के आंगन में फंदे से लटकता मिला है।
आज सुबह एक घर में पांच लाशें मिलने की सूचना पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में एसएसपी प्रयागराज समेत पुलिस के तमाम अधिकारी, फॉरेंसिक व डॉग स्कवॉएड की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन कर लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस को घटनास्थल से एक दो पेज का हाथ से लिखा हुआ नोट भी मिला है, नोट में ससुरालवालों द्वारा परिवार को परेशान करने की बात लिखी गयी है। राहुल तिवारी के बड़े भाई की तहरीर पर नवाबगंज पुलिस ने मृतक के साले पिंटू व चंद्रशेखर और उनके दो साथियों पर मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। दूसरी ओर एक साथ पांच मौतों से राहुल के भाई व बहनों में कोहराम मचा था।
साथ ही पुलिस दोपहर तक इस बात की पुष्टि नहीं कर सकी थी कि राहुल तिवारी व उनके परिवार के चार सदस्यों की किसी बाहरी ने हत्या की है या फिर पत्नी व बच्चियों की गला रेतकर हत्या करने के बाद राहुल ने खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच करने की बात कह रही है।
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बताया जा रहा है कि मूल रूप से कौशांबी निवासी राहुल तिवारी भागलपुर में किराए का मकान लेकर पत्नी प्रीति तिवारी व बेटी (12 वर्ष) पीहू (07) व पोहू (05) रह रहे थे। आज सुबह काफी देर तक किसी के बाहर नहीं निकलने पर पड़ोसी घर में दखिल हुए तो अंदर का मंजर देख कांप उठे। बिस्तर पर मां प्रीति व उनकी तीनों बेटियों की रक्तरंजित अवस्था में लाश पड़ी थी, चारों का गला धारादार हथियार से रेता गया था, जबकि राहुल तिवारी का शव साड़ी के फंदे के सहारे आंगन में लटक रहा था। एक घर पांच लाशें मिलने की जानकारी से मोहल्ले में दहशत फैल गयी। सूचना पारक कुछ देर में मौके पर पहुंची पुलिस अधिकारियों की टीम ने जांच कर लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
एसएसपी प्रयागराज ने बताया कि राहुल तिवारी के शव के पास से ही एक दो पेज का नोट मिला है। इसमें ससुराल वालों द्वारा परेशान करने की बात लिखी गयी है, नोट की हैंडराईटिंग परिजन राहुल की होना बता रहा हैं, हालांकि बिना फॉरेंसिक जांच के इसको सुसाइड नोट अभी नहीं कहा जा सकता है।
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फिलहाल यह बात सामने आयी है कि राहुल अपने ससुराल वालों से परेशान थे। परिजनों के अनुसार पिछले साल जुलाई में इनका ससुराल पक्ष से एक प्लॉट को लेकर झगड़ा थी हुआ था, जिसपर ससुराल पक्ष ने कब्जा कर लिया था। बड़े भाई की तहरीर पर राहुल के दो सालों व उनके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों व संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की सात टीमें लगाईं गयीं हैं। फिलहाल पुलिस हत्या व आत्महत्या से जुड़ी बिंदुओं पर जांच कर रही है। राहुल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ चीजें और भी स्पष्ट हो जाएंगी।
दूसरी ओर घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शी तरह-तरह की अटकलें लगा रहें थे, कुछ लोगों का मानना था कि हालांकि ससुराल वालों से परेशान किए जाने के बाद राहुल ने ही पत्नी व तीनों बेटियों की हत्या कर खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी होगी, हालांकि अधिकतर लोगों का यह मानना था कि राहुल खासकर अपनी मासूम बेटियों का कभी भी गला नहीं काट सकता था। दरिंदों ने पांचों की हत्या करने के बाद घटना को दूसरा रुख देने के लिए पास में एक फर्जी सुसाइड नोट रख दिया होगा। फिलहाल पुलिस भी इस पेचीदा घटना की गुत्थी को सुलझाने में लगी है। एसएसपी प्रयागराज का कहना है कि अभी इस बारे में ज्यादा कुछ कहना जल्दबाजी होगी।