आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राज्यों को पेट्रोल-डीजल के दामों पर टैक्स वसूली की दरों में कटौती की नसीहत देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। कोई पेट्रोल-डीजल पर केंद्र द्वारा लगने वाले भारी भरकम टैक्स को घटाने की बात कह रहा है तो कोई इस जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रहा।
इस तरह की बातें सोशल मीडिया पर भी लगातार उठ रही है कि मोदी सरकार के भारी टैक्स लगाने के चलते ही भाजपा व कांग्रेस के साथ ही अन्य दलों की सत्ता वाले राज्य में भी पेट्रोल-डीजल के दामों के नाम पर बेतहाशा टैक्स वसूली कर लंबे समय से महंगाई, बेरोजगारी व कोरोना काल से सार्वधिक प्रभावित आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ाया जा रहा।
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इन सबके बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने आज ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि साल 2014 में जहां लगभग एक लीटर पेट्रोल व एक लीटर डीजल पर करीब 14 की एक्साइज ड्यूटी लगती थी वहीं अब केंद्र सरकार इतने ही तेल पर लगभग 50 रुपए की एक्साइज डयूटी वसूल रही है।
प्रियंका ने इस बारे में ट्विट कर नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि मंहगाई का ‘म’ (प्रियंका ने महंगाई के ‘म’ के जरिए मोदी के उस बयान की ओर इशारा किया है, जिसमें साल 2013 में नरेंद्र मोदी तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पर आरोप लगाते हुए एक मंच पर कह रहें हैं कि प्रधानमंत्री महंगाई का ‘म’ तक बोलने को तैयार नहीं है।)
साथ ही कांग्रेस महासचिव ने आज मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने 2014-15 से 2020-21 के बीच में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स वसूली को 250 प्रतिशत तक बढ़ा दिया।
2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी मात्र 9.48 रुपए और डीजल पर मात्र 3.56 रुपए जनता से ली जाती थी।
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इसके अलावा आज प्रियंका ने एक रिपोर्ट भी शेयर की है जिसमें दर्शाया गया है कि किस तरह से देखते ही देखते पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी के नाम पर जनता की जेब खाली की गयी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार एक लीटर पर पेट्रोल पर जहां साल 2014 में 9.48 रुपए लिया जा रहा था जिसे बढ़ाते हुए 2015 में 19.36 रुपए, 2020 में 32.90 रुपए तो साल 2022 में 27.90 रुपए एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार ले रहा है।
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इसी प्रकार एक लीटर डीजल पर जहां साल 2014 में मात्र 3.56 रुपए एक्साइज ड्यूटी लग रही थी। वहीं 2015 में 11.83 रुपए, 2020 में 31.80 रुपए तो साल 2022 में 21.80 रुपए एक्साइज ड्यूटी मोदी सरकार ले रही है।