आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना काल में जेईई व नीट की परीक्षा तिथि एक ओर करीब आ रही है तो दूसरी तरफ सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पर इसको स्थगित करने की मांग तेज हो रही है। बड़ी संख्या में नीट-जेईई की छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमण, ट्रेन व बसों की सेवाओं को सुचारू रूप से नहीं चलने समेत अन्य दिक्कतों का हवाला देते हुए इसे स्थगित करने की मांग करें हैं।
वहीं परीक्षाओं के स्थागित करने की मांग को लेकर आज कांग्रेस महासचिव ने एक बार फिर सरकार से विचार करने को कहा है। प्रियंका के मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए शुक्रवार को कहा है कि जेईई और नीट की परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं की चिंताओं को जिद की जगह संवेदना से देखने की जरूरत है।
संबंधित खबर क्लिक करें- #NEETJEE: परीक्षा स्थगित कि मांग करने वालों के समर्थन में बोलीं प्रियंका, परिस्थितियां नहीं सामान्य, सरकार को करना चाहिए सही से विचार
प्रियंका गांधी ने आज ट्विट कर कहा कि, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के माहौल में जेईई और एनईईटी परीक्षा देने जाने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिवावकों की बात सुनना जरूरी है। ये बच्चे देश के भविष्य हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि छात्र-छात्राओं की चिंताओं को संवेदना से देखना होगा न कि हठ और राजनीतिक दृष्टि से।
संबंधित खबर क्लिक करें- तय समय पर होंगी NEET व JEE की परीक्षा, याचिका खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, छात्रों का कीमती साल नहीं किया जा सकता बर्बाद
इसके साथ ही आज एक वीडियो ट्विट करते हुए प्रियंका ने कोरोना के चलते तंगहाली की जिंदगी जी रहे बुनकारों की ओर भी भाजपा सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है।
संबंधित खबर क्लिक करें- NEET व JEE की परीक्षा स्थगित करने कि मांग कर रहे सपाईयों पर राजभवन के पास लाठीचार्ज
बुनकारों के लिए भी उठाई आवाज
प्रियंका ने कहा कि 13 मई को मैंने यूपी सरकार को पत्र लिखकर बुनकरों का बिजली बिल माफ करने व लॉकडाउन से उपजे संकट में मदद के लिए हर बुनकर परिवार को 12 हजार रुपए प्रतिमाह देने का निवेदन किया था। बुनकरों की बुरी हालत को देखते हुए सरकार को तुरंत ये कदम उठाने चाहिए ताकि इस कला को बचाया जा सके।