आरयू वेब टीम। उत्तराखंड में सियासी उठापठक के बीच आखिरकार नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग गई है। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। देहरादून में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी के नाम की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री का नाम फाइनल होने के बाद पुष्कर सिंह धामी राजभवन पहुंचे और उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। इस दौरान उनके साथ कई विधायक भी मौजूद रहे।
पुष्कर सिंह धामी कल शाम छह बजे राजभवन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ उत्तराखंड के नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे, जिसके बाद वो 11वें मुख्यमंत्री होंगे। उत्तराखंड भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ”मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है। जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे।”
साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ”सभी के सहयोग से वो न केवल हर चुनौती को पार करेंगे,बल्कि अपने पूर्ववर्तियों द्वारा किए गए कार्यों को आगे बढाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनता की सेवा है जिसके लिए वो पूरे मन से काम करेंगे।”
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सीएम पद मिलने पर पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ने कहा, ”मैं पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सभी का धन्यवाद करना चाहूंगा।” पार्टी को चुनाव में जिताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनौती हैं और चुनौती को स्वीकार करता हूं।
पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने से उनके घर पर समर्थकों का जमावड़ा लग गया। धामी की पत्नी गीता देवी का कहना है उनके पति के मुख्यमंत्री बनने से पूरा खटीमा क्षेत्र गौरवान्वित हुआ है, साथ ही उन्हें अपने पति पर पूरा भरोसा है कि वो छह महीने के इस कार्यकाल में ऐसा कार्य करेंगे जिससे खटीमा के साथ-साथ उत्तराखंड का भी नाम रोशन होगा।
गौरतलब है कि पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के के ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जो कभी मंत्री नहीं बने हैं। धामी विधायक से सीधे मुख्यमंत्री तक की कुर्सी का सफर तय करेंगे। शांत स्वभाव के धामी भगत सिंह कोश्यारी के करीबी माने जाते हैं और रक्षामंत्री रजानाथ सिंह से भी उनके अच्छे संबंध हैं। युवाओं में उनकी बेहतर पकड़ है।
बता दें कि शुक्रवार देर रात तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्होंने इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने संवैधानिक बाध्यता का हवाला देते हुए सीएम पद से इस्तीफा देने की बात कही।