किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने पर भड़के राहुल ने कहा, सरकार गंभीरता से सुने अन्‍नदाताओं की समस्‍याएं

किसानों पर बल प्रयोग

आरयू वेब टीम। अपनी मांगों को लेकर किसान शंभू बॉर्डर पर हरियाणा की ओर से पहुंच तो सुरक्षाकर्मियों ने बल प्रयोग व आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया, जिसमें कई किसान घायल हो गए। इसे लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को किसानों के जत्थे को रोकने, उन पर आंसू गैस के गोले दागने पर कड़ी नाराजगी जताई है। पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों को दिल्ली आने से रोकने का प्रयास निंदनीय है। सरकार को उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनना चाहिए।

राहुल ने इसे लेकर ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘किसान, सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखने और अपनी पीड़ा को व्यक्त करने के लिए दिल्ली आना चाहते हैं। उन पर आंसू गैस के गोले दागना और उन्हें तरह-तरह से रोकने का प्रयास करना निंदनीय है। सरकार को उनकी मांगों और समस्याओं को गंभीरता से सुनना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं की तकलीफ़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज देश में हर घंटे एक किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर है।

देश नहीं भूला किसानों की शहादत

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि मोदी सरकार की घोर असंवेदनशीलता के कारण पहले किसान आंदोलन में 700 से अधिक किसानों की शहादत को देश नहीं भूला है। साथ ही कहा, ‘‘हम किसानों की पीड़ा को समझते हैं और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं। एमएसपी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों के अनुसार खेती की व्यापक लागत का 1.5 गुना एमएसपी, क़र्ज़ माफ़ी समेत तमाम मांगों पर सरकार को तुरंत अमल करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि जब अन्नदाता खुशहाल होंगे तभी देश खुशहाल होगा।

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बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर से 101 किसानों के एक जत्थे ने शुक्रवार को दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया, लेकिन उन्हें कुछ मीटर के बाद ही हरियाणा पुलिस ने बहुस्तरीय अवरोध लगाकर रोक दिया। जब कुछ किसान शंभू बॉर्डर पर हरियाणा की ओर लगाए गए अवरोधकों के पास पहुंच गए, तो सुरक्षाकर्मियों ने बल प्रयोग करने के साथ ही उनकपर आंसू गैस का इस्तेमाल किया। जिसकी चपेट में आकर कई किसान घायल हो गए हैें।

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