आरयू वेब टीम। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर पेपर लीक मामले पर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि पेपर लीक के कारण 85 लाख बच्चों का भविष्य खतरे में है। साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि पेपर लीक एक ‘व्यवस्थागत विफलता’ है और इसका खात्मा तब ही होगा जब सभी राजनीतिक दल एवं सरकारें मतभेद भुलाकर तथा मिलकर कदम उठाएंगे।
राहुल गांधी ने पेपर लीक मामले में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। पोस्ट शेयर करते हुए राहुल ने कहा कि , “छह राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य खतरे में है। पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे खतरनाक ‘पद्मव्यूह’ बन चुका है।”
इतना ही नहीं इस मामले को बच्चों और उनके परिवारवालों के लिए मुसीबत बताया है। राहुल का कहना है कि ये केवल परीक्षा का मुद्दा नहीं, उन बच्चों के सपनों पर हमला है जो मेहनत के बलबूते पर सक्सेस हासिल करना चाहते हैं। इसी के साथ समाज में एक गलत मैसेज भी जाता है।
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राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे पहले भी नीट पेपर में कई बच्चों के साथ अन्याय हुआ था। राहुल ने पेपर लीक को एक सिस्टेमेटिक फेलियर करार दिया है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर किसी एक पार्टी नहीं ब्लकि सभी राजनीतिक दलों को मिलकर कदम उठाने होंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यह हर छात्र का हक है और इसे किसी भी हालत में सुनिश्चित किया जाना चाहिए।