आरयू वेब टीम। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक से महाराष्ट्र चुनाव तक में वोटों की चोरी हुई है। राहुल ने पांच तरह से वोटों की चोरी करने का तरीका भी मीडिया को आज बताया। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया। साथ ही भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में तरह से तरह से वोट चोरी कराने वाले चुनाव आयोग के अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस खेल में शामिल कोई भी अधिकारी छोड़ा नहीं जाएगा।
देशभर के पत्रकारों के सामने आज राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजों से संदेह की पुष्टि हुई कि विधानसभा चुनाव चुराया गया था। इस दौरान सबूत पेश करते हुए राहुल ने कांग्रेस की तरफ से फेक वोटर्स की पहचान के लिए कराई गई जांच की डिटेल मीडिया के सामने रखी। साथ ही कहा कि वोट संविधान की नींव है, लेकिन क्या सही लोगों को वोट देने का अधिकार हासिल है या फिर फर्जी मतदाताओं को लिस्ट में जोड़ा गया है?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेजेंटेशन देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजों जब आए तो हमारे इस संदेह की पुष्टि हुई कि विधानसभा चुनाव ‘चुराया’ गया था। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में 40 लाख फर्जी वोटिंग हुई। राहुल ने आगे कहा कि शाम पांच बजे के बाद एक दम से वोटर बढ़ गए, ये सब फर्जी था। राहुल ने चुनावों में गड़बड़ी के लगातार कुख्यात ईवीएम पर भी सवाल उठाते हुए आज कहा कि जब बैलेट पेपर से वोट पड़ते थे तो पूरा देश एक दिन में वोट करता था, लेकिन अब ईवीएम से वोट पड़ते हैं तो यूपी-महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पांच-पांच फेज और महीनेभर में वोटिंग हो पाती है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सिर्फ पांच महीने के भीतर पांच साल से ज्यादा नए वोटर जुड़े। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा यहां लोकसभा में हमारा गठबंधन जीतता है, लेकिन विधानसभा चुनाव में धज्जियां उड़ जाती हैं। विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए वोटर मतदान करते हैं, जबकि लोकसभा में ऐसा नहीं हुआ।
इतनी जरूर फुटेज को स्टोर नहीं कर पा रहे
विपक्ष के नेता ने सवाल उठाते कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से गड़बड़ी का शक हुआ। इसके बाद हमने अपनी जांच शुरू की, क्योंकि हमारे पास पहले कोई सबूत नहीं था। हमने चुनाव आयोग से पूछा कि महाराष्ट्र में एक करोड़ नए वोटर कहां से आए। लोकसभा में एक नतीजा, विधानसभा चुनाव में अलग नतीजा, ये कैसे हुआ। हमने चुनाव आयोग से इसका जवाब मांगा। हमने चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट मांगी, लेकिन आयोग मदद करने को तैयार नहीं था। वोटिंग सेंटर्स की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की बात चुनाव आयोग की तरफ से की गई और यह सब बहुत हैरानी वाला था। क्योंकि आप 21वीं सदी में इतनी जरूर फुटेज को स्टोर नहीं कर पा रहे हैं, जबकि एक छोटी सी ड्राइव में बहुत सारा डेटा सेव किया जा सकता है।
एक लाख वोटों की चोरी’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सबसे पहले हमने कर्नाटक में जांच शुरू की, क्योंकि हमारे सर्वे ने लोकसभा में 16 सीटों पर जीत बताई थी, लेकिन हमने सिर्फ नौ सीटों पर जीत दर्ज की। हमने अपना फोकस उन सात सीटों पर किया, जहां हमें हार मिली थी और उनसे से एक सीट को जांच के लिए चुना। बेंगलुरु सेंट्रल की एक महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की हमने जांच की, जहां कांग्रेस को उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले थे।
हमारे पास जो भी डेटा है, वह 2024 में चुनाव आयोग की तरफ से मुहैया कराया गया है, इसमें हमारा अपना कोई डेटा नहीं है। आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 6,26,208 वोट मिले थे जबकि भाजपा को 6,58,915 वोट हासिल हुए। मतलब भाजपा की जीत का अंतर 32,707 रहा। महादेवपुरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस को 1,15,586 वोट मिले, जबकि बीजेपी को 2,29,632 वोट हासिल हुए। बीजेपी ने इस सीट पर 1,14,046 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा यहां सभी विधानसभा क्षेत्रों में हारती है, लेकिन सिर्फ एक महादेवपुरा सीट पर भारी वोटों से जीत दर्ज करती है और इसी सीट की बदौलत लोकसभा सीट पर जीत दर्ज कर लेती है। हमने इस सीट पर बीजेपी की जीत का अंतर, जो करीब 1.14 लाख से ज्यादा है, पर ही फोकस करके जांच शुरू की।
इन पांच तरीकों से हुआ वोट चोरी
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जांच के दौरान हमें पांच तरह की वोट चोरी का पता चला। इस सीट पर कुल मिलाकर 100250 वोटों की चोरी हुई है। इसमें 11 हजार से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर्स मिले हैं। फेक पते वाले 40 हजार से ज्यादा वोटर्स, दस हजार से ज्यादा एक पते वाले बल्क वोटर्स, फेक फोटो वाले चार हजार वोटर्स और फॉर्म छह का गलत इस्तेमाल करने वाले 33 हजार से ज्यादा वोटर्स का खुलासा हुआ है। राहुल गांधी ने कहा कि एक वोटर का वोट चार अलग-अलग बूथों पर मिला है। एक शख्स आदित्य श्रीवास्तव हैं, जो महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बेंगलुरु अर्बन के वोटर हैं। इनका सेम फोटो, सेम एड्रेस के साथ चार अलग-अलग जगहों पर वोट बना हुआ है। राहुल ने कहा कि ऐसे ही एक वोटर का नाम विशाल सिंह था, जिनका कर्नाटक में दो जगह वोट बना हुआ था और एक वोट वाराणसी में था। राहुल गांधी ने कहा कि ये सिर्फ सैंपल है, बल्कि ऐसे हजारों-हजार लोग हैं।
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‘वोटर्स के नाम के आगे फर्जी पता’
राहुल गांधी ने कहा कि वोटिंग सिस्टम में कई तरह की खामियां सामने आई हैं। किसी वोटर कार्ड में घर का पता ही नहीं, अगर है तो फर्जी पता लिखा गया है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे पतों का वैरिफिकेशन नहीं हो सका है। कार्ड पर दर्ज पता पर जाने पर पता चला कि यहां इस नाम को कोई रहता ही नहीं है। राहुल ने कहा कि ऐसे 40 हजार वोटर हैं, जिनके पते में गड़बड़ी मिली है। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी लोकसभा में सिर्फ 25 सीटों की बढ़त से देश के प्रधानमंत्री हैं और भाजपा ने जब एक सीट पर ही एक लाख से ज्यादा वोट चुराए हों तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है देशभर में क्या हुआ होगा। उन्होंने कहा कि ये डेटा चुनाव आयोग का है और वह भी इस क्राइम में बराबर का हिस्सेदार है, इसलिए हमारी अपील देश के युवाओं और मतदाताओं से है कि कैसे आपके साथ धोखा किया जा रहा है।




















