आरयू वेब टीम। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कश्मीर घाटी से आतंकियों के साथ गिरफ्तार हुए पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह के मामले को लेेेेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही मामला एनआइए को सौंपे जाने पर शुक्रवार को सवाल किया है। राहुल ने कहा कि आखिर कौन इस ‘आतंकी’ को चुप कराना चाहता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ‘आतंकी डीएसपी दविंदर को खामोश करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मामले को एनआइए के हवाले कर दिया जाए।’
राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर दावा किया है कि, ‘एनआइए का नेतृत्व एक और मोदी-वाईके कर रहे हैं, जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पंड्या की हत्या की जांच की थी। वाईके की देखरेख में यह मामला खत्म होने की तरह है।’
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वहीं कांग्रेस नेता ने सवाल किया, कौन आतंकी दविंदर को खामोश करना चाहता है और क्यों चाहता है? राहुल गांधी ने गुरुवार को सवाल किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल खामोश क्यों हैं? उन्होंने यह भी कहा था कि दविंदर के खिलाफ त्वरित अदालत में मुकदमा चलना चाहिए और दोषी पाए जाने पर उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस का डीएसपी दविंदर सिंह रविवार को हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों के साथ पकड़ाया था। फिलहाल दविंदर पुलिस हिरासत में है। सरकार ने इस मामले की जांच एनआइए को सौंपने का फैसला किया है। दविंदर का करियर शुरू से विवादों में रहा है। संसद पर हमले के मास्टरमाइंड रहे अफजल गुरू की चिठ्ठी में भी उसका नाम था। कई बार उसका नाम गैर-कानूनी गतिविधियों में भी आया, लेकिन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की वजह से उस पर कोई जांच नहीं की गई।