आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे राजा महमूदाबाद आमिर मोहम्मद का निधन हो गया है। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। जिसकी वजह से 80 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। राजा महमूदाबाद अमीर मोहम्मद खान की सीतापुर जिले से लखनऊ तक की रियासत रही है।
वहीं महमूदाबाद विधानसभा से वर्ष 1985 व 1989 तक कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। राजा महमूदाबाद का नाम कई मायनों में काफी चर्चाओ में रहा है, लेकिन निधन की खबर मिलते ही उनके चाहने वालों में शोक का माहौल है। जानकारी के मुताबिक, बुधवार को शाम उन्हें सुपुर्दे खाक महमूदाबाद के कर्बला में किया गया।
दरअसल लखनऊ में करीब आधा हजरतगंज आज भी राजा महमूदाबाद के अधिकार क्षेत्र में होना बताया जाता है। यही नहीं राजा महमूदाबाद व उनके परिजनों की ईराक, पाकिस्तान और अन्य देशों में भी अकूत संपत्तियां हैं। उत्तराखंड में भी उनकी 396 संपत्तियां आंकी गई हैं। अक्तूबर 2006 में हुए सरकारी आंकलन के अनुसार, उनकी संपत्तियों की कीमत करीब 50 हजार करोड़ रुपये थी।
उन्होंने शत्रु संपत्ति अधिनियम 1968 में संशोधन के लिए लाए गए शत्रु संपत्ति अध्यादेश 2016 को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। 2010 में इसी अधिनियम पर लाए गए अध्यादेश को भी चुनौती दे चुके हैं, जिसकी भी सुनवाई फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में चली। 2010 के अध्यादेश के तहत सभी शत्रु संपत्तियां कस्टोडियन को सौंप दी गई थीं।
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बता दें कि लखनऊ की बटलर पैलेस कोठी का निर्माण कार्य राजा महमूदाबाद ने 1915 में शुरू करवाया था। यह कोठी आकर्षक बनावट और प्रभावशाली स्थापत्य कला धरोहर है। राजा साहब ने 1921 में लखनऊ में बाढ़ आने के बाद कोठी को और विस्तार देने का इरादा त्याग दिया था। इतना ही नहीं कोठी को विस्तार देने का काम था उस पैसे को बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद में खर्च कर दिया। बाद में जब इसकी एक विंग बनकर तैयार हुई तो डिप्टी कमिश्नर यहां पर रहते थे। उसके बाद में स्वतंत्रता के बाद में यह गेस्ट हाउस बन गया था।