राजस्थान: CM गहलोत का शक्ति प्रदर्शन, सौ से अधिक विधायकों ने जताया भरोसा

अशोक गहलोत
सीएम गहलोत के साथ के साथ विधायक।

आरयू वेब टीम। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बगावती तेवर ने राज्य से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। पायलट ने दावा किया कि राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में है, और उन्होंने दावा किया कि उन्हें 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस बीच सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक सीएम अशोक गहलोत के आवास पर हुई, जो दोपहर बाद खत्म हो गई है। सीएम आवास में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का 107 विधायकों ने समर्थन किया।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सभी ने आपसी सहमति से प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर भरोसा जताते हुए सीएम गहलोत की सरकार को समर्थन दिया गया। विधायक दल की बैठक में पारित प्रस्ताव में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के ऊपर चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने करने का आरोप लगाते हुए उसकी निंदा की गई।

प्रस्ताव में कहा कि कांग्रेस विधायक दल षड्यंत्रकारी मंसूबों की घोर निंदा करता है। बीजेपी लोकतंत्र का चीरहरण कर रही है। यह राजस्‍थान की आठ करोड़ जनता की बेइज्‍जती है। फिलहाल, कांग्रेस के सभी विधायक चार बसों में सवार होकर विधायक होटल फेरमाउंट पहुंच गये हैं।

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गौरतलब है कि कांग्रेस विधायकों की होटल फेयरमाउंट में बाड़ेबंदी की गयी है, हालांकि कुछ विधायक अपने निजी वाहनों में भी सवार होकर होटल पहुंचे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बस में सवार होकर ही होटल पहुंचे हैं।

बता दें, कि राजस्थान कांग्रेस में पिछले कई दिनों से सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चला आ रहा शीतयुद्ध रविवार को उबाल पर आ गया था। उसके बाद सचिन पालयट के बगावती तेवरों के कारण अशोक गहलोत सरकार पर जबर्दस्त राजनीतिक संकट आ गया था। पायलट कैंप का दावा था कि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है। इससे सरकार और पार्टी में हड़कंप मच गया था। इस संकट से उबारने के लिए देर रात आलाकमान ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन को जयपुर भेजा। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों और विधायकों से मुलाकातों का दौर जारी रखा।

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