आरयू वेब टीम। राजस्थान के बाड़मेर के जसोल गांव में रविवार को रामकथा चल रही थी, लेकिन अचानक हुई बारिश और तूफान आने से टेंट गिर गया और करंट लगने से 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 55 लोग घायल हो गए है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि बारिश होने की वजह से टेंट में करंट भी फैल गया था। जब टेंट गिरा उस समय भगदड़ मच गई। बारिश के चलते टेंट के आसपास काफी कीचड़ हो गया। फिलहाल राहत-बचाव तेजी से जारी है। टेंट में अब भी कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। लोगों को टेंट के नीचे से बाहर निकालने की कोशिश भी की जा रही है। बताया यह भी जा रहा है कि कई लोगों की मौत दम घुटने और करंट लगने से हुई।
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मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया कि हादसे में घायल हुए लोगों को पास के बालोतरा नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल इस हादसे के पीछे आयोजक की लापरवाही और अन्य कारणों की पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल इस मामले में अभी तक किसी के गिरफ्तार होने की खबर नही है।
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वहीं हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के बाड़मेर में ‘पंडाल’ का गिरना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरे विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
हादसे पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि बाड़मेर में रामकथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने, शोकाकुल परिजनों को संबल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
साथ ही सीएम ने ये भी कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। संबंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावितों एवं उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों के आश्रितों को पांच-पांच लाख, जबकि घायलों को दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि सरकार की ओर से देने का ऐलान किया है।
वहीं गहलोत ने हादसे के बाद कहा कि पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत देने और निःशुल्क उपचार के लिए जोधपुर संभागीय मुख्यालय से अतिरिक्त चिकित्सा टीमों, नर्सिंग स्टाफ, दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा पुलिस, प्रशासनिक सहायता एवं आपदा प्रबंधन व्यवस्था कराने के उन्होंने निर्देश दिए हैं।