आरयू संवाददाता,
नई दिल्ली। प्रयासों के बाद भी देश की राजधानी दिल्ली में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के आसपास के क्षेत्रों में भी शुक्रवार को प्रदूषण की वजह से हवा लोगों के लिए जानलेवा बनी हुई है।
आज भी दिल्ली व आसपास के इलाकों के आसमान में धूल की चादर बिछी है। हवा के प्रदूषण स्तर को सेहत के लिए बेहद खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में लोगों को सलाह दी गयी है कि जब तक बेहद जरूरी न हो वो घर से बाहर निकलने से बचें।
कहा जा रहा है राजस्थान से चलने वाली चक्रवाती हवा के कारण भी यह स्थिति बनी है। पीएम 10 का स्तर दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में 700 से ऊपर पाया गया है। कई इलाकों में तो यह 800 से भी ऊपर है।
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वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा है कि अगले दो दिनों में दिल्ली के हालात सुधर जाएंगे। उन्होंने कहा है कि कल व आज की स्थिति बदली है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही हवा का पीएम 10 लेवल कम हो जाएगा।
चार महीने से बैठक में नहीं आए पर्यावरण सचिव
दूसरी ओर उप राज्यपाल के यहां धरना दे रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मसले पर चिंता व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने इसके लिए पर्यावरण सचिव को भी जिम्मेदार माना है। दिल्ली के सीएम ने कहा कि लोग खराब हवा की बात कर रहे हैं, लेकिन हम क्या करें, पिछले चार महीने से पर्यावरण संबंधी बैठक में दिल्ली के पर्यावरण सचिव ही नहीं आए।
बंद हैं निर्माण कार्य
उल्लेखनीय है कि हवा की जानलेवा स्थिति को देखते हुए हुए उप राज्यपाल अनिल बैजल ने गुरुवार को 17 जून तक सभी तरह के निर्माण कार्य रोक देने को आदेश दिए थे। उन्होंने इस मुद्दे पर बैठक भी की है। दिल्ली में बड़ी संख्या में बीते सालों में पेड़ काटे जाने से स्थिति बदतर हुई है।
जानें कहां है कितना प्रदूषण-
एक्यूआइसीएन के अनुसार एयर क्वाइलिटी इंडेक्स पर शुक्रवार को आरकेपुरम में 948 जबकि आनंद विहार में उससे भी खतरनाक स्तर 999 पाया गया। इसके अलावा मंदिर मार्ग में 687, द्वारका में 333, ओखला में 686, पंजाबी बाग में 842 व आइटीओ पर 457 पाया गया।
यहां आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स पर शून्य से 50 तक के स्तर को अच्छा, 51 से 100 तक को संतोषजनक, 101 से 200 तक के स्तर को औसत, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से ऊपर के स्तर को बेहद नुकसानदेह माना जाता है।
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