आरयू वेब टीम। देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का लेवल खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है, जिसकी वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। शुक्रवार सुबह भी पूरा दिल्ली-एनसीआर धुंध की सफेद चादर में लिपटा नजर आया। धुंध की वजह से कई जगहों पर तो विजिबिलटी शून्य पर पहुंच गई, जिसकी वजह से खासकर मार्निंग वॉकर व स्कूल जाने वाले बच्चों को पास तक का देखने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली में आज सुबह छह बजे के आसपास एक्यूआइ यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 342 रिकॉर्ड किया गया। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो मौसम और हवाएं इस समय दिल्ली के वातावरण के लिए अनुकूल नहीं हैं। लिहाजा अगले पांच से छह दिनों तक प्रदूषण का स्तर काफी खराब बना रहेगा। इसके अलावा दिल्ली के दो इलाकों मॉडल टाउन का धीरपुर में वायु प्रदूषण का लेवल सबसे ज्यादा दर्ज किया गया, जो एक्यूआई 438 से भी ज्यादा रहा।
वहीं एक दिन पहले गुरुवार को पंजाबी बाग में 401, रोहिणी में 402, आनंद विहार में 407 और बुराड़ी में 415 शामिल रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आने वाले समय में वायु प्रदूषण की समस्या और गहरा सकती है। वायु प्रदूषण का प्रभाव चार दिसंबर को सबसे ज्यादा देखा जा सकता है।
बता दें कि एक दिन पहले गुरुवार को पंजाबी बाग में 401, रोहिणी में 402, आनंद विहार में 407 और बुराड़ी में 415 शामिल रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आने वाले समय में वायु प्रदूषण की समस्या और गहरा सकती है। वायु प्रदूषण का प्रभाव चार दिसंबर को सबसे ज्यादा देखा जा सकता है।
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दिल्ली-एनसीआर में पिछले तीन-चार दिनों से इस समस्या ने विकट रूप ले लिया है। आलम यह है कि लोग खुली हवा में सांस लेने को मोहताज हो गए हैं और इस जहरीली हवा में उनका दम घुट रहा है। जिसकी वजह से उनको आंखों में तेज जलन, सीने में जकड़न, फेफड़ों से संबंधी बीमारियां और अस्थामा जैसी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने सांस और अस्थामा के मरीजों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।