आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राजधानी पुलिस दावें लाख करें, लेकिन बदमाशों पर उसकी कितनी हनक है, साथ ही संगीन वारदातों को लेकर वह कितना संजीदा है इसकी बानगी आज एक बार सामने आ गयी। चिनहट के जुग्गौर इलाके में भोर में एक मकान में घुसे असलहे से लैसे आधा दर्जन डकैतों ने घर के मुखिया की पिटाई करने के साथ ही पत्नी-बच्चों को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर नकदी समेत करीब तीन लाख के गहने व अन्य सामान लूट लिए।
डकैती का विरोध करने पर जाते-जाते बदमाशों ने करीब एक दर्जन राउंड फायरिंग कर घरवालों के साथ ही ग्रामीणों में दहशत फैला दी। इतनी गंभीर वारदात होने के बाद भी करीब 45 मिनट बाद पहुंची चिनहट और कंट्रोल रूम की पुलिस मात्र सामान समेटवाकर चलती बनी। साथ ही पुलिस ने सीधे-सीधे डकैती वाली इस वारदात में चोरी के दौरान हमले की धराओं में मुकदमा दर्ज कर मामला मैनेज करने की हर संभव कोशिश कर डाली।
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मिली जानकारी के अनुसार किराए पर अपनी इंडिगो कार चलाने वाले विनोद यादव का जुग्गौर रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर मकान है। जिसके निचले तल पर वह अपनी पत्नी अनिता व बेटे आयुष (3) व एक साल के यश के साथ रहते हैं। जबकि मकान के ऊपरी हिस्से में उनके छोटे भाई पंकज और अंगद अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहे रहें हैं। पंकज रेलवे में फीटर के पद पर तैनात हैं।
मासूमों पर असलहा लगा डकैतों ने कहा शोर मचाया तो मार देंगे गोली
विनोद ने बताया कि भोर में करीब पौने चार बजे दरवाजे पर आहट लगने पर वह घर से बाहर निकले तो पांच नकाबपोश बदमाशों ने उनकी पिटाई करने के साथ ही गन प्वाइंट पर लेते हुए उन्हें वापस कमरें में ले आए। जहां बदमाशों ने पत्नी व दोनों मासूम बेटों को गोली मारने की बात कहते हुए खामोश रहने को कहा। घर के सदस्यों को काबू में करने के बाद डकैतों ने सभी को एक कमरें में बंद कर दिया, जबकि दूसरे कमरे में रखी आलमारी तोड़ने लगे। सफलता नहीं मिलने पर बदमाश आलमारी साथ ले जाने लगे।
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इसी बीच आहट लगने से जागे अंगद और पंकज ने माजरा समझते ही ऊपर से पथराव शुरू कर दिया। जिसपर बदमाशों ने एक के बाद एक कर उनके ऊपर ताबड़तोड़ कई फॉयर झोंक दिए। हालांकि डकैतों की गोली से दोनों भाई बाल-बाल बच गए। घटनास्थल से करीब दो सौ मीटर की दूरी तक कारतूस के खोखे पड़ें थे। घरवालों ने आठ खोखे बरामद करते हुए पुलिस को सौंपें हैं। ग्रामीणों के अनुसार डकैतों ने करीब दर्जन भर गोलियां चलाई थी। वहीं पीडि़त ने बताया कि बदमाश आठ हजार नकद समेत उसकी पत्नी के करीब तीन लाख रुपए के गहने, कपड़े समेत अन्य कीमती सामान ले गए हैं।
डकैत चलातें रहें गोलियां, नहीं लगी कंट्रोल रूम को कॉल
विनोद ने बताया कि जिस समय डकैतों ने परिवार को कमरे में बंद किया तो उसने भी अंदर से कमरा बंद कर लिया। इस दौरान वह पुलिस कंट्रोल रूम को सौ नंबर पर कॉल करता रहा, लेकिन नंबर नहीं मिल रहा था। बदमाश लगातार फायरिंग कर रहे थे, जबकि वह लोग 100 नंबर पर फोन, लेकिन कॉल ही क्नेक्ट नहीं हो सकी। बदमाशों के जाने के काफी देर बाद नंबर मिला जिसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना दी गयी। सूचना के भी करीब पौन घंटे बाद कंट्रोल रूम और चिनहट की पुलिस मौके पर पहुंची।
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बोले चौकी इंचार्ज मीडिया को बताया तो नहीं पकड़े जाएंगे बदमाश
डकैतों के शिकार परिवार को पुलिस ने भी अपनी मर्जी के हिसाब से खूब घुमाया। विनोद ने बताया कि पहले पुलिस ने घटनास्थल से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर मिली आलमारी को घर में रखवा दिया। इसके बाद बीबीडी चौकी इंचार्ज ने कहा कि मामलें को किसी को बताने की जरूरत नहीं हैं। खासकर मीडिया को घटना की बात बताई तो बदमाश भाग जाएंगे और फिर उन्हें पकड़ा नहीं जा सकेगा। वहीं विनोद ने यह भी बताया कि पुलिस ने मौके पर फिंगर प्रिन्ट और डॉग स्क्वॉएड की टीम भी बुलाना जरूरी नहीं समझा। हालांकि पुलिस इस बात से इंकार करती रही।
वादी की शुरूआती सूचना और तहरीर के आधार पर ही कार्रवाई करते हुए संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। आगे जो भी तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बमदाशों का पता लगाने के साथ ही पुलिस उनके पोट्रेट भी बनवाने का प्रबंध कर रही है। दीपक कुमार सिंह, सीओ गोमतीनगर