आरयू वेब टीम। सुपरस्टार रजनीकांत ने अब राजनीति से तौबा कर ली है और उन्होंने आज साफ कर किया है कि अब वे राजनीति में नहीं आएंगे और रजनीकांत ने अपने संभावित राजनीतिक पार्टी ‘रजनी मक्कल मंदरम’ को भी भंग कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि अब भविष्य में फिर से राजनीति में आने का उनका कोई इरादा नहीं है। इससे यह साफ होता है कि सुपरस्टार रजनीकांत ने अब राजनीति को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है।
रजनीकांत ने कहा, “यह मंच अब कल्याणकारी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रजनी रसीगर नरपानी मंदरम के रूप में कार्य करेगा। रजनीकांत ने अपने बयान में कहा, “हमने रजनी मक्कल मंदरम को रजनी रसीगर मंदरम में बदल दिया है। मैने राजनीति में आने का फैसला किया था तो पूरे राज्य में कई पदों और समूहों का निर्माण किया था, लेकिन अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण, हम वह हासिल नहीं कर पाए जो हम चाहते थे।
रजनीकांत ने कहा कि मेरी भविष्य में राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है। अत: मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि रजनी मक्कल मंदरम भंग कर दिया जाएगा और यह पहले की तरह कल्याणकारी गतिविधियों को करने के लिए रजनी रसीगर मंदरम के रूप में कार्य करता रहेगा।
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बता दें कि रजनीकांत ने साल 2018 में राजनीति में आने का फैसला किया था और ‘रजनी मक्कल मंदरम’ को रजनीकांत की राजनीतिक पार्टी के लिए लॉन्च व्हिकल की तरह माना जा रहा था। रजनीकांत राजनीति में आने की पूरी तैयारी कर चुके थे, लेकिन बीते साल अचानक तबियत खराब होने के बाद अभिनेता ने राजनीति से दूरी बनाई थी।
गौरतलब है कि साल 2016 में रजनीकांत का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था। बीते साल भी तबियत खराब होने के बाद रजनीकांत ने ऐलान किया था कि अब वे राजनीति में नहीं आएंगे क्योंकि कोविड -19 के समय में चुनाव अभियान के दौरान लोगों से मिलना संभव नहीं है।’