आरयू ब्यूरो
लखनऊ। अनुशासनहीनता के आरोप में शुक्रवार की शाम छह साल के लिए समाजवादी पार्टी से निकाले गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत रामगोपाल यादव का निष्कासन पूरे 24 घंटे भी नहीं चला। भारी दबाव और वर्तमान स्थिति को देखते हुए सपा मुखिया ने दोनों के लिए पार्टी के दरवाजे खोल दिए हैं। सपा मुखिया के आवास पर लंबी बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
सपा की वेबसाइट से हटा निष्कासन लेटर और शिवपाल का नाम
इसके पीछे बड़ी वजह अखिलेश को विधायक और मंत्रियों का भारी समर्थन मिलना समझा जा रहा है। सपा ने अपनी वेबसाइट से दोनों का निष्कासन लेटर हटाने के साथ ही शिवपाल यादव का नाम भी हटा लिया है। ऐसे में समझा जा रहा है कि अखिलेश के दबाव में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर किसी दूसरे को बैठाया जा सकता है। हालांकि अभी इसकी घोषणा पार्टी की ओर से नहीं की गई है।
अपने आवास पर विधायकों का समर्थन हासिल करने के बाद दोपहर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुलायम सिंह से मिलने उनके घर विक्रमादित्य मार्ग पहुंचे थे। साथ में आजम खान भी मौजूद थे। बेटे के पहुंचते ही सपा मुखिया के फोन पर शिवपाल यादव व उनके बेटे आदित्य यादव भी वहां पहुंच गए।
बड़े और विश्वसनीय लोगों के साथ ही यादव परिवार की मीटिंग में मतभेद वाले मुद्दे पर अहम निर्णय लिया गया।। मीटिंग में सीएम ने अमर सिंह को पार्टी से निकालने का एक बार फिर मुद्दा उठाया है। हालांकि इस पर अभी कोई फैसला सामने नहीं आया है। इसके साथ ही यादव कुनबे के दंगल में एक बार फिर सुलह की उम्मीद की जा रही है।
सीएम की बैठक में शामिल हुए मुलायम के करीबी
इससे पहले अखिलेश ने 200 से ज्यादा विधायक मंत्रियों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई इस दौरान रामगोपाल यादव तो थे ही, इसके अलावा मुलायम के कभी करीबी माने जाने वाले मंत्री अहमद हसन, ब्रह्रम शंकर त्रिपाठी, शाहिद मंजूर, पंडित सिंह, अरुणा कोरी, शिवाकांत ओझा, अवधेश प्रसाद, जियाऊद्दीन रिजवी, फरीद महफूज किदवई, इकबाल महमूद भी मौजूद रहे।
बैठक में शामिल लोगों के मोबाइल बाहर ही जमा करवाने के साथ ही एक रजिस्टर पर साइन भी कराया गया।
जाने इससे पहले किसने क्या कहा़…
-बैठक में अखिलेश ने कहा कि पार्टी से अलग हुआ हूं, पिता से नहीं नेताजी के लिए जीतूंगा उत्तर प्रदेश।
-वहां मौजूद विधायक व मंत्रियों ने कहा कि नेताजी का पूरा सम्मान करते है, लेकिन राजनीत सीएम के झंडे के नीचे करेंगे।
– दूसरी ओर सपा मुखिया ने अखिलेश से कहा कि मै तुम्हारे खिलाफ नहीं था, होता तो सीएम क्यों बनाता।
-आजम खान ने सुबह किसी भी बैठक में जाने से इंकार करते हुए कहा था कि सपा मुखिया से मिलकर सुलह का प्रयास करूंगा।
बाद में अखिलेश मुलायम से बोले पिता-पुत्र के रिश्ते की लाज रखिये आप दोनों, नहीं तो जमाने का रिश्तों पर से भरोसा उठ जाएगा।
-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुबह अखिलेश को फोन कर अपने फैसले पर अटल रहने को कहा।
-लालू प्रसाद यादव ने फोन कर मुलायम से कहा कि संप्रादायिक ताकतों से लड़ने के लिए एकजुट रहने की जरूरत है।
-अमर सिंह ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि रामचंद्र जी कह गए सिया से ऐसा कलयुग आयेगा बेटा राज करेगा बाप बेचार जंगल जाएगा।
-बाहुबली अतीक अहमद ने कहा कि अगर मेरी वजह से यह सब हो रहा तो मै पीछे हटने को तैयार।
सुबह से ही शुरू हो गया था मारपीट, नारेबाजी का दौर
इन सबके बीच सपा कार्यालय और मुख्यमंत्री आवास के अखिलेश समर्थकों के बीच मारपीट, पत्थरबाजी और नारेबाजी चलती रही। इस दौरान कई लोगों को चोटें आई है। फिलहाल पुलिस व पीएसी बल लगातार स्थिति काबू करने में लगी हुई है।
अब जेएम पार्क में होगा सपा का सम्मेलन
इसके अलावा कल आशियाना में होने वाले सम्मेलन अब जनेशवर मिश्रा पार्क में होगा। सुलह-समझौते के बाद इसमें अखिलेश खेमे के साथ ही मुलायम और शिवपाल के लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
यादव कुनबे में हुए इस ‘दंगल’ को लोग राजनीतिक स्टंट से भी जोड़कर देख रहे है। हालांकि जानकारों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को इससे जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ेगा।