आरयू वेब टीम। यूपी के रायबरेली में एक दलित व्यक्ति को चोर समझकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई, जिससे राज्य में आक्रोश और राजनीतिक बवाल मच गया। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित की पहचान हरिओम के रूप में हुई है और स्थानीय लोगों के एक समूह ने कथित तौर पर लाठी-डंडों और बेल्ट से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
परिवार के अनुसार हरिओम दांडेपुर जमुनापुर स्थित अपने ससुराल जा रहा था, तभी भीड़ ने उसे घेर लिया और ड्रोन चोर होने के शक में उसकी पिटाई शुरू कर दी। हरिओम की पत्नी पिंकी ने अपने पति की हत्या के लिए न्याय की मांग की है। दंपति की एक चार साल की बेटी है। पिंकी ने बताया, “उन्होंने उसे पकड़ लिया और पीट-पीटकर मार डाला। आरोपितों को उसी तरह सजा मिलनी चाहिए जैसे मेरे पति की हत्या हुई। मुझे सरकार से न्याय चाहिए।”
वहीं हरिओम के पिता ने भी आरोपितों के लिए मौत की सजा की मांग की और बुलडोजर चलाने की भी मांग की। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे की हत्या कर दी गई। हमें दो अक्टूबर को इसकी सूचना मिली। हम मांग करते हैं कि हत्यारों को मौत की सजा दी जाए और उनके घरों को बुलडोजर से गिरा दिया जाए।” हरिओम की बहन कुसुम ने कहा, “दो अक्टूबर को मैं अस्पताल में थी, तो मेरी भाभी का फोन आया। उन्होंने मुझे कहा कि आपके भैया को कुछ लोग बांध कर मार रहे हैं। मेरा भाई कभी चोर नहीं हो सकता।”
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इस संबंध में रायबरेली के एएसपी संजीव कुमार सिन्हा ने पुष्टि की है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। साथ ही कहा कि “ऊंचाहार थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को चोर समझकर कुछ लोगों द्वारा पीट-पीटकर मार डालने के मामले में मुकदमा दर्ज कर पांच लोगों को जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपितों की जल्द ही पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।” साथ ही ये भी बताया कि लापरवाही के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।