आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को मिली हार के बाद राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया है। जयंत चौधरी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के हार के बाद एक निर्देश जारी किया है, जिसमें रालोद यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया गया है। पार्टी अध्यक्ष का ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हुआ है।
माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष ने ये फैसला विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिया है। गौरतलब है कि इस बार राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी गठबंधन का हिस्सा थी, जिसमें सुभासपा और प्रसपा समेत चार पार्टियां थीं, जबकि दूसरी तरफ भाजपा के साथ अनुप्रिया पटेल की अपना दल और डॉ. संजय निषाद की पार्टी थी।
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भाजपा गठबंधन को राज्य में प्रचंड बहुमत मिला है, जबकि सपा गठबंधन को कुल 125 सीटें मिली हैं। हालांकि राष्ट्रीय लोकदल को केवल आठ सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी और जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन फेल साबित हुआ है।
चुनाव के दौरान कहा जा रहा था कि जयंत और अखिलेश की जोड़ी कमाल कर सकती है। चुनाव प्रचार के दौरान भी इस जोड़ी ने एक साथ रैलियां और रोड़ शो किए, लेकिन प्रदर्शन में काफी सुधार के बाद भी अखिलेश और जयंत जनता से इतना वोट नहीं हासिल कर सकें कि उनके सरकार बन जाए।