भाजपा सरकार को जयंत चौधरी ने बताया किसान विरोधी, सीएम योगी से पूछा आशीष मिश्रा की जमानत पर क्यों हुए इतने खुश

किसान विरोधी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखीमपुर में बीते साल हुए तिकोनिया में किसानों को कुचल कर मारने के मामले में मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा की रिहाई पर मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के नेता जयंत चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब किसानों के परिवार आशीष मिश्रा की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। रालोद नेता ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी आरोप लगाया कि वह जमानत के बाद ‘खुश’ हो गए।

जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि”योगी जी को बताना चाहिए, वो आशीष मिश्रा टेनी के बेल होने से इतने प्रसन्न क्यों हुए?” उन्होंने कहा “उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका क्यों प्रस्तुत नहीं की?  बात साफ है। भाजपा सरकार = किसान विरोधी!!”

बता दें लखीमपुर खीरी में पिछले साल तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की जान चली गई। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए मृत किसानों के परिवारों ने  कहा कि यह फैसला कानून की नजर में टिकने लायक नहीं है, क्योंकि इस मामले में राज्य द्वारा अदालत को कोई सार्थक और प्रभावी सहायता नहीं दी गई।

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मृत किसानों के परिजन, जगजीत सिंह, पवन कश्यप और सुखविंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रशांत भूषण के जरिए से दाखिल की गई याचिका में कहा है, ”जमानत देने के लिए तय सिद्धांतों के संबंध में हाईकोर्ट के आदेश में राज्य द्वारा ठोस दलीलों की कमी रही और आरोपी राज्य सरकार पर पर्याप्त प्रभाव रखता है क्योंकि उसके पिता उसी राजनीतिक दल से केंद्रीय मंत्री हैं, जो राज्य की सत्ता में है।” गौरतलब है कि दस फरवरी को हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने आशीष मिश्रा को जमानत दी थी।

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