आरयू वेब टीम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सहारनपुर पहुंचे, जहां उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज विपक्ष का एकमात्र एजेंडा है ‘‘मोदी हटाओ’। उनकी मंशा केवल ‘‘वंशवाद’ को बढ़ावा देने की है।
इस दौरान मोदी ने रालोद प्रमुख अजित सिंह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे लोगों पर हुये जुल्मों को भूल गये और स्वहित के चलते आवाज नहीं उठायी। पीएम ने कहा कि वो ‘बोटी-बोटी’ करने की धमकी देते हैं और हम ‘‘बेटी-बेटी’ के सम्मान की बात करते हैं।
मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को निशाने पर लेते हुए इसे ‘‘ढकोसला पत्र’ करार दिया और कहा कि महामिलावटी लोगों के आचरण से पता लगता है कि सत्ता में आने के बाद वो कैसे काम करेंगे। पिछड़ों के हितों की रक्षा कभी नहीं की जाएगी। याद रखिए कांग्रेस हमेशा पिछड़ों की विरोधी रही है।
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उन्होंने कहा कि मोदी से पार पाने के लिए कुछ लोग राष्ट्र को दांव पर लगा रहे हैं। ये देश को धर्म-जाति, सम्प्रदाय और स्वार्थ के समीकरण में उलझाने लगे हैं। आपको इनकी साजिशों को नाकाम करना है। वहीं पूर्व में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए मोदी ने सवाल करते हुए कहा कि सहारनपुर के बाजारों में वो आगजनी और व्यापारियों के साथ वो बदसलूकी यूपी भुला सकता है क्या? कैराना में पलायन की वो घटनाएं आप भूल सकते हैं क्या?
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हमला जारी रखते हुए मोदी ने कहा कि देश में होने वाला बम धमाका, जाति देखकर जान नहीं लेता। सरहद पर अपनी जान की बाजी लगाने वाला जवान सिर्फ हिंदुस्तानी होता है। चौधरी अजीत सिंह ने तो इस स्वार्थ में सारी हदें ही पार कर दी हैं। तब अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए वो चुप रहे और आज भी अपने स्वार्थ के लिए वो इस क्षेत्र में आप पर हुए अत्याचारों को भूल गए हैं। उनकी जुबान दंगों के संरक्षकों के विरुद्ध नहीं उठती, हां इस चौकीदार को गाली देने के लिए वो गली-गली घूम रहे हैं। छोटे चौधरी तो उनसे भी आगे बढ़ गए हैं।
जनता को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि चौधरी साहब को ये याद दिलाना आपका दायित्व है, कि उनका भी ठेका किसी ने आपको नहीं दिया है। हमेशा राष्ट्रहित के लिए, किसान हित के लिए समर्पित रहे चौधरी चरण सिंह जी को आज इन बयानों से कितना दुःख हो रहा होगा, आप समझ सकते हैं।