आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल ने आज केंद्र सरकार और भाजपा की राज्य सरकार की नीतियों पर हमला बोला है। रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने मोदी और योगी सरकार पर युवा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार चार सालों से और प्रदेश की योगी सरकार एक साल से युवाओं को रोजगार देने के लिए हर महीने नया लॉलीपाप दिखाकर अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करती है, लेकिन लॉलीपाप युवाओं के कोई काम नहीं आ रहा है। इससे लगातार निराशा के दौर से गुजर रहा युवा वर्ग अवसाद का शिकार हो रहा है।
मोदी सरकार का चुनावी वादा याद दिलाते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014 में प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन वह संख्या प्रतिवर्ष दो लाख भी नहीं पहुंच सकी। यहां तक कि प्रधानमंत्री के कौशल विकास योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग किए युवा वर्ग के लोग रोजगार के अभाव में निराशाग्रस्त हो गए।
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वह इतने पर ही नहीं रूके हमला जारी रखते हुए सुरेन्द्रनाथ ने कहा कि लगभग सभी विभागों में कर्मचारियों के स्थान रिक्त हैं और यदि सरकार अच्छी नियत से कार्य करें तो वर्ष 2018 में ही कम से कम 10 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है। वास्तविकता यह है कि सरकार काम चलाऊं तरीके से विभिन्न विभागों में आउटर्सोसिंग के माध्यम से संविदाकर्मियों की नियुक्तियां करके अपनी चहेती एजेंसियों को फायदा पहुंचाने के साथ ही सरकारी पैसा बचाकर मंत्रिमण्डल की सुख सुविधाओं में खर्च किया जा रहा है।
इन्वेस्टर्स समिट के करोड़ों रुपए खर्च पर भी उठाएं सवाल
फरवरी में सूबे की राजधानी में आयोजित की गयी इन्वेस्टर्स समिट पर भी सवाल उठाते हुए रालोद नेता ने कहा कि यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने करोड़ों रूपया खर्च करने के साथ ही समिट में बड़े-बड़े औघोगिक घरानों को आमंत्रित कर प्रदेश के युवाओं को सिर्फ भ्रमजाल में डाले का ही काम किया गया।