आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद कहा कि हमने प्रलोभन मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठक की। यूपी देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्रदेश है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को बराबर का अवसर मिलेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को योजना भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लोकसभा चुनाव में धन और बाहुबल का प्रयोग नहीं होगा। अफसरों और पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्याशी डिजिटल ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। चुनाव के खर्चे का भुगतान चेक से होगा। प्रत्याशियों को 200 चेक दी जाएगी। ईवीएम को लेकर विपक्षी पार्टियों की चिंता के मद्देनजर सभी मूवमेंट सरकारी गाड़ी से कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार यूपी में 15.29 करोड़ मतदाता हैं। प्रदेश के कुछ बूथ महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बनाए जाएंगे। 85 वर्ष के लोगों को वोट डालने के लिए घर से लाने की सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि 40 प्रतिशत से अधिक विकलांग अपने घर से वोट कर सकेंगे। कम मत प्रतिशत वाली जगहों पर जिला निर्वाचन अधिकारी खुद जाएंगे। मल्टीस्टोरी इमारतों में अलग से बूथ बनाए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार के चुनाव में तकनीक का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बार तीन एप लाए जा रहे हैं। एक एप के माध्यम से मतदाता चुनाव में होने वाले प्रलोभन, शराब और पैसों के वितरण के बारे में सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकते हैं। वोटर हेल्पलाइन दूसरा एप्लिकेशन है जिससे वोटर अपनी जानकारी ले सकता है। नो योर कंडीडेट एप्लिकेशन के माध्यम से वोटर अपने कंडीडेट की सारी जानकारी ले सकेगा।
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उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के 30 जिलों की सीमा नौ राज्यो से लगती हैं। सात जिलों की सीमा पड़ोसी देश नेपाल से लगती है। यहां बॉर्डर पर सारी सुरक्षा एजेंसियां काम करेंगी। उन्होंने कहा कि आरबीआई से कहा गया है कि बैंको की कैश वैन शाम को पांच बजे के बाद नही चलेंगी। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव की जिम्मेदारी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की होगी।