बाढ़ प्रबंधन पर समीक्षा बैठक कर सीएम योगी का अधिकारियों को निर्देश, जन-धन की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता

बाढ़ प्रबंधन
अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम योगी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रबंधन तैयारियों की समीक्षा कर कहा कि, बाढ़ के समय जन-धन की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है इसलिए सभी जिले पहले से अलर्ट पर रहें। साथ ही सीएम ने निर्देश दिया कि जलशक्ति मंत्री क्षेत्र में जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। बाढ़ की दृष्टि से 24 जिले अतिसंवेदनशील हैं यहां पर समय से पहले सभी तरह की तैयारियां कर ली जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ राहत शिविरों में ताजा भोजन और राहत सामग्री की गुणवत्ता से समझौता नहीं करें। बाढ़ के समय बीमारियां बढ़ जाती हैं जहां स्वास्थ्य टीमें गठित कर दी जाएं।

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बैठक में योगी ने कहा, प्रदेश में व्यापक जन-धन हानि के लिए दशकों तक बाढ़ की समस्या के स्थायी निदान के लिए विगत सात सालों में किए गए सुनियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। बाढ़ की दृष्टि से अति संवेदनशील जिलों की संख्या में कमी आई है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग कर बाढ़ से खतरे को न्यूनतम करने में सफलता पाई है। बाढ़ से जन-जीवन की सुरक्षा के लिए अंतरविभागीय समन्वय से अच्छा कार्य हुआ है। इस साल भी बेहतर कोऑर्डिनेशन, क्विक एक्शन और बेहतर प्रबन्धन से बाढ़ की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए।

आवश्यक उपकरणों का भी प्रबन्ध

साथ ही यह भी निर्देश दिया कि अति संवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ की आपात स्थिति हेतु पर्याप्त रिजर्व स्टॉक का एकत्रीकरण कर लिया जाए। इन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था एवं आवश्यक उपकरणों का भी प्रबन्ध होना चाहिए। माननीय जल शक्ति मंत्री एवं दोनों राज्य मंत्री द्वारा अति संवेदनशील तथा संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण करें, साथ ही बाढ़ बचाव से जुड़ी परियोजनाओं का निरीक्षण करें।

विभागों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें

योगी ने आगे कहा कि भारतीय मौसम विभाग, केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन, गृह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सिंचाई एवं जल संसाधन, खाद्य एवं रसद, राजस्व एवं राहत, पशुपालन, कृषि, राज्य आपदा प्रबन्धन, रिमोट सेन्सिंग प्राधिकरण के बीच बेहतर तालमेल हो। केंद्रीय एजेंसियों/विभागों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें और यहां से प्राप्त आंकलन/अनुमान रिपोर्ट समय से फील्ड में तैनात अधिकारियों को उपलब्ध कराया जाए।

किसकी तैनाती कब और कहां होनी है…

सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि,बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर रेग्युलर मॉनीटरिंग की जाती रहे। एनडीआरएफ,एसडीआरएफ/पीएसी फ्लड यूनिट और आपदा प्रबंधन टीमें 24×7 एक्टिव मोड में रहें। आपदा मित्र स्वयंसेवकों के साथ-साथ होमगार्डों की सेवाएं भी ली जानी चाहिए। किसकी तैनाती कब और कहां होनी है, इस बारे में कार्ययोजना तैयार कर लें।

स्वास्थ्य किट करें तैयार

सभी एजेंसियों के बीच बेहतर कोऑर्डिनेशन होना चाहिए। नौकाएं, राहत सामग्री आदि के प्रबंध समय से कर लें। बाढ़ के दौरान और बाद में बीमारियों के प्रसार की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य किट तैयार करके जिलों में पहुंचा दिया जाए। क्लोरीन टैबलेट, ओआरएस आदि की उपलब्धता होनी चाहिए। बुखार आदि की पर्याप्त दवा उपलब्ध हो। बाढ़ के दौरान जिन गांवों में जलभराव की स्थिति बनेगी वहां पशुओं की सुरक्षा के भी प्रबंध होने चाहिए।

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