आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोलने के साथ ही कहा है कि भाजपा की आर्थिक नीतियों से किसान दुखी है, वह आत्महत्या कर रहा है। नौजवानों के लिए रोजगार और गरीबी, मंहगाई से त्रस्त लोगों के लिए कोई सहारा नहीं है।
अखिलेश यादव आज गाजीपुर के किसानों, नौजवानों तथा एकत्र सपा कार्यकर्ताओं से वीड़ियों कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर रहे थे। इस दौरान सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार बनने पर किसानों को उनका हक मिलेगा, उनकी तमाम समस्याओं का समाधान होगा और नौजवानों के लिए रोजगार की व्यवस्था होगी।
कृषि बिल के विरोध में किसानों के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए आज अखिलेश ने कहा कि पूरे देश में किसान आंदोलित है। किसान को जो लाभप्रद लागत मूल्य मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा। किसान की आय दुगनी करने का वादा, खोखला ही रहा।
खेती के बारे में कुछ नहीं जानती भाजपा
साथ ही यूपी के पूर्व सीएम ने कहा है कि भाजपा किसान विरोधी है और खेती के बारे में कुछ नहीं जानती। किसान की मेड़ तोड़ने की साजिश हो रही। भाजपा ने जो कानून पास किया है उससे छोटी जोत वाले किसानों का भला नहीं होगा। उनको बाजार के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। उनकी मदद करना सरकार की जिम्मेदारी है।
लोहिया और नेता जी नीतियों से ही होगा किसान का भला
अखिलेश ने आगे कहा कि खुले बाजार में व्यापारी किसान की फसल ले लेंगे, वे मुनाफा नहीं देंगे। किसान का भला राम मनोहर लोहिया और नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की नीतियों से ही होगा। समाजवादी सरकार में जब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन रहा था तब उससे गाजीपुर, बलिया को भी जोड़ा जाना था। समाजवादी सरकार गाजीपुर को लखनऊ, नोएडा, दिल्ली तक सीधे जोड़ने के लिए सड़क बना रही थी।
गाजीपुर से है पुराना रिश्ता
वहीं अखिलेश ने आज बातचीत की शुरूआत में कहा कि गाजीपुर से उनका पुराना रिश्ता है। जनता का समर्थन जुटाने में हमेशा पूर्वांचल ने ही अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने सभी समाजवादी साथियों को पार्टी साहित्य, आव्हान और अगस्त क्रांति गांव-गांव, घर-घर, पहुंचाने के लिए बधाई दी।
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सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि आज के इस संवाद कार्यक्रम में किसानों, नौजवानों ने अपनी तमाम परेशानियों के बारे में चर्चा की और प्रदेश में साल 2022 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार बनाने के लिए पूरे समर्थन-सहयोग का संकल्प जताया। उन्होंने भरोसा जताया कि सपा की सरकार ही उनके हित सुरक्षित करेगी।साथ ही किसान भाइयों ने कहा हैै कि आवश्यक वस्तु अधिनियम हटाने से काला बाजार को बढ़ावा मिलेगा। इससे मंहगाई बढ़ेगी। किसानों ने खाद की कालाबाजारी और धानों में चल रही लूट का जिक्र किया। अन्ना पशुओं की वजह से किसान की रात रखवाली करते कटती है। नौजवानों ने कहा कि वे डिग्री लेकर बैठे हैं, पर नौकरी नही है, वे भुखमरी के कगार पर है। वित्तविहीन शिक्षकों ने कहा कि स्कूल बंद हैं, उन्हें समय से तनख्वाह नहीं मिली। वे सब आर्थिक रूप से बहुत परेशान है।