आरयू ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद के दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाने वाले बयान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समुचित विधिक कार्रवाई तथा संजय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
अमिताभ ठाकुर ने मंत्री संजय निषाद द्वारा सात दरोगाओं का हाथ-पांव तोड़ने के दावों के संबंध में मुख्यमंत्री को भेजी अपनी शिकायत में कहा है कि मंत्री ने सुल्तानपुर में जनसभा में जो बात कही है, यदि वह सच है तो इस बात को देखा जाना आवश्यक है कि इनमें कितने मामलों में एफआइआर दर्ज हुए हैं, जिन मामलों में एफआइआर दर्ज नहीं हुए हैं, उन में एफआइआर दर्ज कराई जाए और इन सभी मामलों की कोर्ट में गंभीरता से पैरवी की जाए।
साथ ही कहा कि अगर ये पाया जाता है कि उन्होंने झूठा बयान दिया है तो उनके द्वारा पुलिस प्रशासन को सार्वजनिक रूप से डराने और धमकाने के गंभीर आरोप में उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। अमिताभ ठाकुर ने ये कहते हुए सीएम योगी से उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने की मांग की है कि किसी भी मर्यादित, अनुशासित और सुसभ्य समाज में इस प्रकार के व्यक्ति को मंत्री पद पर नहीं रखा जा सकता।
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बता दें कि संजय निषाद ने सुल्तानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया और कहा कि वो यहां तक ऐसे ही नहीं पहुंचे हैं। सात दारोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर उन्हें गड्ढे में फेंककर यहां तक आए हैं। सार्वजनिक तौर पर भरे मंच से दारोगाओं पर हमला करवाने की बात कबूल करने की योगी सरकार के मंत्री की इस बात ने सरकार को भी विपक्ष्ज्ञ के निशाने पर ला खड़ा किया है।