आरयू वेब टीम। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संसद में मंगलवार को बोलने से पहले ही टोक दिया गया। वह अपनी बात रख पाते और कुछ कह पाते, इससे पहले ही उच्च सदन राज्यसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उनको हिदायत देते हुए कहा कि वह मुद्दे पर खुद को सीमित रखें और उसी पर जवाब दें। जवाब में खड़गे ने कहा- अरे सर, अभी तो मैंने मुंह भी नहीं खोला है।
दरअसल, खड़गे के कुत्ते वाले बयान पर सदन में बवाल हुआ। भाजपा की ओर से उनसे इस टिप्पणी पर माफी की मांग की गई। पीयूष गोयल ने कहा कि वह देश से माफी मांगे। उन्होंने जो असत्य देश के सामने रखने की कोशिश की, मैं उसकी घोर निंदा करता हूं। गोयल की ओर से अपनी बात रखने के बाद पीठासीन सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में सबको समझाया कि आप सभी संसद की गरिमा का ख्याल रखें। आगे खड़गे की बारी आई और वह अपनी पूरी बात बोल पाते इससे पहले धनखड़ ने गुजारिश करते हुए उन्हें टोका- इसी प्वॉइंट पर रहिएगा। मेरी गुजारिश है कि आप बहुत सीनियर हैं।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि देश की खातिर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने कुर्बानी दे दी और पूछा “हमारी पार्टी के नेताओं ने जान दी है, तुम (भाजपा) ने क्या किया? आपके घर देश के लिये कोई कुत्ता भी मरा है?.. क्या किसी ने कुर्बानी दी है? नहीं। लेकिन फिर भी वे देशभक्त और हम कुछ भी बोलेंगे तो देशद्रोही।” उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को इस तरीके से खत्म कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- मल्लिकार्जुन खड़गे का PM मोदी पर हमला, प्रधानमंत्री ‘झूठों के सरदार’, बोल रहे एक के बाद एक झूठ
कभी कातिल बदलते हैं… कभी खंजर बदलता है.. ये लोग लोकतंत्र को, संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। माफी को लेकर खड़गे ने कहा कि राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं सदन के बाहर था। मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था, भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है।