मायावती ने कहा, पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती कर उद्योगपति दोस्‍तों को नाराज नहीं करना चाहती मोदी सरकार, कांग्रेस पर भी साधा निशाना

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि सरकार अपने उद्योगपति दोस्‍तों को नाराज नहीं करना चाहती है, इस वजह से वो पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती नहीं कर रही है।

वहीं कांग्रेस के ‘भारत बंद’ के दूसरे दिन मायावती ने कांग्रेस को भी अपने निशाने पर ले लिया। उन्‍होंने कहा कि बढ़ते तेलों की कीमतों के लिए भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस भी जिम्‍मेदार है। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मंहगाई के मुद्दे पर भाजपा व कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इतना ही नहीं मायावती ने ये भी कहा कि कल हुए भारत बंद के दौरान कुछ राज्यों में हुई हिंसा से हमारी पार्टी सहमत नहीं है। इसीलिए हम निंदा करते है।

यह भी पढ़ें- आज फिर बढ़ें पेट्रोल-डीजल के दाम, मोदी सरकार ने कहा कीमतें नियंत्रित करना हमारे हाथ में नहीं

बसपा अध्‍यक्ष ने ये भी कहा कि कांग्रेस ने पेट्रोल को सरकारी नियंत्रण से मुक्‍त कर दिया था। जिसके बाद मोदी सरकार ने उस पर कोई बदलाव नहीं किया, बल्कि उसी की राह पर आगे बढ़ते हुए डीजल को भी सरकारी नियंत्रण से बाहर कर दिया। उन्‍होंने कहा कि मोदी सरकार ने उन्‍हीं गलत नीतियों को आगे बढ़ाया है। जिसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा था और जनता ने साल 2014 में कांग्रेस की सरकार को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

अगामी लोकसभा को लेकर देश भर में तैयार हो रहे महागठबंधन के समीकरणों के बीच आज मायावती का कांग्रेस के विरोध में आए इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहें हैं। उधर सोशल मीडिया पर भी उसको लेकर बहस तेज होती दिखाई दे रही है।

यह भी पढ़ें- भारत बंद पर कहीं रोकी गई ट्रेनें तो कहीं तोड़फोड़, जानें कहां रहा कितना असर

वहीं मायावती ने मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के नशे में चूर होकर मोदी सरकार ने जनता पर नोटबंदी थोपी थी और फिर इसी चाहत में उन्होंने जीएसटी भी लागू कर दिया था।

यह भी पढ़ें- भारत बंद की सफलता से डरी भाजपा सरकार, दलितों पर कर रही अत्‍याचार: मायावती

केंद्र सरकार को राय देते हुए बसपा सुप्रीमा ने कहा‍ कि सरकार पूंजीपतियों और धन्नासेठ के लिए काम करने केे  बजाएं, जनता के हित के लिए काम करे। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियां जन-विरोधी हैं, ऐसे में सरकार को चाहिए कि डीजल और पेट्रोल को सरकारी नियंत्रण में वापस लाएं और अपना रुख स्पष्ट करें।

यह भी पढ़ें- मायावती का बड़ा खुलासा BSP के नाम से चल रहे सभी Facebook-Twitter एकाउंट व वेबसाइटें फर्जी

वहीं अपनी पार्टी की बड़ाई करते हुए मायावती बोली कि बसपा सर्व समाज के गरीबों और गरीब किसानों एवं मध्यम वर्गीय हितैषी पार्टी है। इसी लिए हमारा विरोध करने का तरीका अन्य पार्टियों से अलग होता है।

यह भी पढ़ें- सपा-बसपा में फूट डालना चाहती है BJP, आगे की रणनीति का खुलासा कर ये बातें भी बोली BSP सुप्रीमो