आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे बारिश और बाढ़ के प्रकोप को देखते हुए बुधवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को खास निर्देश देने के साथ ही योगी सरकार पर भी निशाना साधा है।
सपा अध्यक्ष ने आज बाढ़ पीड़ितों के प्रति संवेदना जताते हुए अपने पार्टी के लोगों से कहा कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों की सहायता करने में जुट जाएं। अखिलेश ने आगे कहा कि सपा हमेशा पीड़ितों की मदद में आगे रही है। मुसीबत की इस घड़ी में हर किसी का दर्द बांटने के काम को प्राथमिकता से करना चाहिए। इसलिए जहां तक हो सके पीड़ित परिवारों के लिए खाने, कपड़े व छत की व्यवस्था करने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
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परेशान जनता को छोड़ योगी सरकार अपने ही गुणगान में व्यस्त
अपने बयान में योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि सरकार ने पहले से बाढ़ से बचाव की तैयारियां नहीं की जिससे कई जिलों के सैकड़ों गांव डूबने से लोगों की फसलें और गृहस्थी बर्बाद हो गई है। यमुना, घाघरा, मंदाकिनी, बेतवा, गंगा और सरयू का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। एक सप्ताह में ही सैकड़ों मौते हो चुकी है और हजारों मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है, जबकि योगी सरकार के लोग अपना ही गुणगान करने में व्यस्त हैं।
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प्रभावित लोगों को समय से नहीं दी जा रही सहायता: राजेंद्र चौधरी
वहीं सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राजधानी लखनऊ सहित कन्नौज, गोरखपुर, कानपुर के भारी वर्षा से कई इलाके जलमग्न हैं। वाराणसी, कौशांबी, आजमगढ़, गोण्डा, मऊ, बलिया, चित्रकूट में स्थिति गंभीर है, जबकि मथुरा की छह कालोनियों और कन्नौज जिले के कासिमपुर ब्लाक के बख्शीपुरवा गांव में पानी भरा है। हालात काफी खराब होने के बावजूद सरकार की ओर से प्रभावित लोगों की समय से सहायता नहीं की जा रही है।
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लखनऊ की बदहाली के लिए योगी सरकार जिम्मेदार
हाल में हुई बारिश के बाद राजधानी की बिगड़ी सूरत के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार बताते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि नालों की सफाई, नालियों के निर्माण और गड्ढ़ा मुक्त सड़कें बनाने की दिशा में घोर लापरवाही बरती गई है। सीवर लाइनें ज्यादातर बंद हैं। कचरा निस्तारण की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है, लेकिन सरकार की कार्यप्रणाली देखकर लगता है कि मुख्यमंत्री इस गंदगी और कचरे की नींव पर ही स्मार्ट सिटी बनाना चाह रहे हैं। जनता की तकलीफों की ओर उनका कतई ध्यान नहीं है।
हाल ही में आइजीपी में हुए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर तंज कसते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि शहर को चीनी लाइटों से जगमगाकर और एक दिन साफ-सफाई कर बाहरी मेहमानों का स्वागत करके ही यहां मंत्री व अधिकारी अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ लेते हैं। जबकि सच्चाई ये है कि रोज ही कई-कई बार बिजली गायब रहती है, बिजली और जल संकट से कई इलाकों के लोग परेशान हैं।
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